इन 4 मुद्दों पर लोकसभा चुनाव 2019 लड़ सकती है BJP, लीक हुआ प्लान
By जनार्दन पाण्डेय | Published: September 8, 2018 11:25 AM2018-09-08T11:25:20+5:302018-09-08T11:25:20+5:30
अगले 10 महीनों की चुनावी रणनीति पर अगले दो दिन में कई फैसले होंगे। बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की शुरुआत अमित शाह और समाप्ति पीएम मोदी करेंगे।
नई दिल्ली, 8 सितंबरः भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) शनिवार से आधिकारिक तौर चुनावी मोड में आ गई है। शनिवार को दिल्ली में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू हो रही है। यह बैठक अगस्त महीने में ही होने वाली थी। लेकिन दिग्गज बीजेपी नेता व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बहारी वाजपेयी के निधन से यह आगे बढ़ा दी गई है। अब आठ और नौ सितंबर को अमित शाह के भाषण शुरू होने से शुरू होगी और पीएम मोदी के भाषण से खत्म होगी। इसमें प्रमुख रूप से आगामी लोकसभा चुनाव और राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर जीतने की रणनीति को तैयार किया जाएगा।
इसके बारे में एक बीजेपी ने बताया, यह बैठक दिल्ली के अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में होगी और इसकी केंद्रीय विषयवस्तु में पार्टी के शीर्ष नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी होंगे। आगामी चुनावों में पूर्व पीएम अटल बिहारी का नाम किस रूप में प्रयोग होगा, इस पर चर्चा हो सकती है।
अमित शाह फेंकेंगे 2019 के ये चार पाशा
अमित शाह ने आगामी लोकसभा चुनावों व तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों के लिए पहले ही बिसात पहले ही बिछा चुके हैं। लेकिन अब वे अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी को बुलाकर पहले उनसे ठोह लेंगे। फिर जाते-जाते उन्हें आगामी लोकसभा चुनावों के लिए बेहद अहम देंगे। इसके ऊपर पीएम मोदी की एक स्पीच के साथ बैठक समाप्त होगी।
1. बैठक में सबसे पहला काम सरकार की कल्याण योजनाओं का हिसाब किताब निकाला जाएगा। इसके बाद तय किय जाएगा कि किन बातों को पब्लिक के बीच जाकर बतानी है। बातों में किस तरह के डेटा उल्लखे करना है। शुरुआती जानकारी में यह सामने आया है कि फिलहाल बीजेपी न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि के सरकार के फैसले, राष्ट्रीय नागरिक पंजी, अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के लोगों के अधिकारों की रक्षा के संदर्भ में उठाये गए कदम, ओबीसी राष्ट्रीय आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के आदि मामले होंगे।
2. घुसपैठियों को मुद्दा बनाकर चुनाव में उतरने की बीजेपी की तैयारी कर रही है। नाम ना बताने की शर्त पर एक पार्टी के एक नेता ने बताया कि इस बैठक में 2019 में लोकसभा चुनाव और राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय नागरिक पंजी को महत्वपूर्ण विषय बनाएगी। असम एनआरसी आने के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने यह जाहिर कर दिया था कि यह उनके कितना बड़ा मसला है। खास बात यह है सभी इस मत पर एकराय थे- विदेशी घुसपैठियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
3. विपक्ष और कुछ जरूरी मसलों पर उबरने प्रक्रिया पर जोर देगी। बीजेपी ने मान लिया है कि संयुक्त विपक्ष एक चुनौती है। इसलिए इस पर नजर रखनी बीजेपी शुरू कर चुका है। लेकिन इससे निपटने के लिए बीजेपी को डालर के मुकाबले गिरते रुपये, पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में हो रही वृद्धि, नोटबंदी और राफेल सौदे को लेकर विपक्ष का तोड़ ढूंढ़ना होगा। बीजेपी अपने कार्यकारिणी में इस प्रमुख मुद्दे से निपट कर इसे कैसे बीजेपी के पक्ष में इस्तेमाल करना है, इस पर विचार होगा।
4. इस कार्यकारिणी में एक सबसे अहम मुद्दा हालिया एससी एसटी एक्ट पर अध्यादेश लाने के बाद नाराज हुए सवर्ण समाज को कैसे बीजेपी से दूर कैसे नहीं जाने देना है। यह भी एक बेहद खास मसला है। क्योंकि संसद के मानसून सत्र के दौरान पारित अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण संशोधन विधेयक का भी विरोध किया जा रहा है। गुरुवार को सवर्ण समाज से जुड़े कुछ कथित संगठनों के भारत बंद का आयोजन भी किया था। इसमें कई जगहों पर जबर्दसत असर देखने को मिला था।
पहले दिन राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। इसमें सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश प्रभारी, सह प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री (संगठन) मौजूद रहेंगे। इसके बाद राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक होगी। अगले दिन शाम को इसका समापन होगा। बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सहित अन्य सभी वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।