भाजपा और बजरंग दल के बारे में हाल ही में दिये गए कथित बयानों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया गया है।
अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल ने इस विषय पर विचार के लिए नौ अक्टूबर की तारीख तय की है। भाजपा सदस्य एवं अधिवक्ता राजेश कुमार की अर्जी में कहा गया है कि (मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री) सिंह ने अपने कथित अपमानजनक बयानों से भाजपा, इसके नेताओं और लोगों की भावनाओं को आहत कर गंभीर अपराध किया है।
मध्य प्रदेशकांग्रेस में सामने आ रही भीतरी कलह पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राज्य के वन मंत्री उमंग सिंघार के अपने ऊपर लगाये गये आरोपों का हवाला देते हुए कहा कि यह विवाद तब शुरू हुआ जब उन्होंने भाजपा और बजरंग दल के नेताओं के साथ पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के तार जुड़े होने के आरोप लगाए।
भाजपा और बजरंग दल के नेताओं के साथ पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को लेकर दिग्विजय सिंह पर मामला दर्ज किया गया है। इस मामले पर सुनवाई 9 अक्टूबर को होगा। भाजपा, बजरंग दल के विरुद्ध कथित बयान के लिए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ दिल्ली की एक अदालत में मानहानि का मामला दायर किया गया।
इससे पहले भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्वियज सिंह ने बलात्कार के आरोप से घिरे भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद का नाम लिये बिना उनकी ओर संकेत करते हुए कहा कि भगवा वस्त्र पहनकर ‘‘बलात्कार’’ हो रहे हैं, व ‘‘हमारे सनातन धर्म को जिन लोगों ने बदनाम किया है, उन्हें ईश्वर भी माफ नहीं करेगा।’’
दिग्विजय सिंह ने यहां संत समागम को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘‘भगवा वस्त्र पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं। भगवा वस्त्र पहनकर बलात्कार हो रहे हैं। मंदिरों में बलात्कार हो रहे हैं, क्या यही हमारा धर्म है? हमारे सनातन धर्म को जिन लोगों ने बदनाम किया है, उन्हें ईश्वर भी माफ नहीं करेगा।’’ सिंह का इशारा पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री एवं भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद की ओर था जिन पर कानून की एक छात्रा ने बलात्कार के आरोप लगाये हैं।
उन्होंने कहा कि यह पूरा प्रकरण तब शुरू हुआ जब मैंने भाजपा आईटी सेल के एक नेता और बजरंग दल के एक नेता पर आईएसआई (पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी) से पैसे लेने का आरोप लगाया। राज्यसभा सदस्य सिंह ने आरोप लगाया कि इन दोनों नेताओं को 2017 में एसटीएफ द्वारा ने पकड़ा था लेकिन तत्कालीन भाजपा सरकार ने उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) नहीं लगाया।
भाजपा सरकार ने उनकी जमानत (अदालत में) का विरोध नहीं किया। कांग्रेस का हालिया विवाद उनके इन आरोपों से ही जुड़ा हुआ है। उन्होंने सिंघार के आरोपों का जिक्र करते हुए कहा कि इससे भाजपा को (कांग्रेस को निशाना बनाने का) मौका मिल गया है।