पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सीएम पर बोला हमला, कहा-बिहार में अब नीतीश कुमार का आदेश नहीं चलता, भाजपा हावी
By एस पी सिन्हा | Published: January 1, 2021 08:39 PM2021-01-01T20:39:24+5:302021-01-01T20:42:00+5:30
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने शुक्रवार को दावा किया कि नीतीश कुमार जिस सरकार की अगुवाई कर रहे हैं, उसमें उनकी नहीं चलती और संख्यात्मक रूप से मजबूत सहयोगी भाजपा का उस पर नियंत्रण है.
पटनाः बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने एकबार फिर से नीतीश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि इस सरकार में नीतीश कुमार का कुछ भी नहीं चल रहा है.
नीतीश के सिर पर भाजपा चढ़ी हुई है. नीतीश कुमार कमजोर पड़ गए हैं. उनके साथ मजबूरी है कि वह कुछ कर भी नहीं सकते हैं. बता दें कि बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री रहीं राबड़ी देवी का आज जन्मदिन भी है. आज साल के पहले दिन की खुशियों के साथ वह अपना जन्मदिन भी मना रही हैं. इस मौके पर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने उन्हें बधाई दी.
वहीं, सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए राबड़ी देवी ने बिहार की जदयू-भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि इन दोनों के अनैतिक गठबंधन ने बिहार को वर्चस्व की जंग में झोंक दिया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का कुछ भी चल रही रहा है. भाजपा के दवाब में अधिकारियों का ट्रांसफर किया जा रहा है.
राबड़ी देवी ने कहा कि नीतीश कुमार जबदस्ती वोट ले लिए हैं
नीतीश कुमार के न चाहते हुए भी यह सब हो रहा है. राबड़ी देवी ने कहा कि नीतीश कुमार जबदस्ती वोट ले लिए हैं. मुख्यमंत्री बन गए, लेकिन इनका चल नहीं रहा है. इस बार की सरकार में केवल भाजपा की चल रही है. भाजपा के लोग ट्रांसफर पोस्टिंग करवा रहे हैं.
राबड़ी देवी ने लालू प्रसाद यादव के सेहत को लेकर कहा कि लालू जी की सेहत पहले से थोड़ी सी बेहतर है, लगातार डॉक्टरों से हमारी बातचीत हो रही है. पत्रकारों से बातचीत करते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि बिहार में अपराध, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी चरम पर है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले कई दिनों से जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. मरीज परेशान हैं.
राबड़ी देवी ने एक ट्वीट में उन्हें 40 सीटों वाले अनुकंपाई मुख्यमंत्री की संज्ञा दे दी थी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने एक ट्वीट में उन्हें 40 सीटों वाले अनुकंपाई मुख्यमंत्री की संज्ञा दे दी थी. आज उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री घूमने-फिरने में मस्त हैं. भाजपा पर सत्ता के लिए कुछ भी कर गुजरने का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अरुणांचल में जैसे जदयू विधायकों को तोड़ा गया, वैसा ही कुछ बिहार में भी हो सकता है.
यह पूछे जाने पर कि क्या नीतीश कुमार को दोबारा विपक्ष (राजद-कांग्रेस एवं अन्य) के महागठबंधन में शामिल किया जा सकता है? इस सवाल पर राबडी देवी ने कहा कि जरूरत पड़ी तो पार्टी नेता इस पर विचार-विमर्श करके फैसला लेंगे. उन्होंने कहा बिहार की जनता के खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है.
राबड़ी देवी के आवास कई राजद के नेता पहुंचे हुए हैं
साल के पहले दिन कुछ अप्रिय नहीं बोलना चाहती, लेकिन प्रदेश के हालात ठीक नहीं हैं. वहीं, राबड़ी देवी के आवास कई राजद के नेता पहुंचे हुए हैं, लेकिन उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव पटना से बाहर हैं. वह मां के जन्मदिन पर उनके साथ नहीं हैं. इसको सत्ता पक्ष के नेता मुद्दा भी बनाए हुए हैं. लेकिन राबड़ी देवी अपने बेटे के बचाव में उतरी है. सत्ता पक्ष के नेता लगातार तेजस्वी यादव के बिहार से गायब रहे पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन इस पर बचाव करने के लिए राबड़ी देवी सामने आई हैं.
उन्होंने कहा कि तेजस्वी मेरा बेटा है. जब मैं नहीं पूछ रही हूं तो दूसरे सवाल उठाने वाले कौन होते हैं? राबड़ी देवी ने कहा कि तेजस्वी यादव बिना काम के बाहर नहीं जाना चाहते हैं. जब काम होता है तो वह जाते हैं. कोई इंसान घर में कैद रहता है क्या? वह अपने रिश्तेदारों का यहां भी नहीं जा सकता है? उसका काम बिहार की जनता देख चुकी है. उसने से पीएम से लेकर सीएम तक को चुनाव में अकेले नचा दिया. उनका 30 हेलिकॉप्टर उड़ रहा था, लेकिन तेजस्वी एक हेलिकॉप्टर से सब पर भारी पड़ा.
लालू जी और लालू परिवार पर ही सवाल करते रहते हैं
जदयू-भाजपा नेताओं के द्वारा लालू प्रसाद यादव ऊपर सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि इनलोगों के पास कोई मुद्दा नहीं रहता है. लालू जी और लालू परिवार पर ही सवाल करते रहते हैं. उन्होंने कहा कि मेरा बेटा है कहीं भी जाए पूछने वाले दूसरे लोग कौन होते हैं? अपना काम धंधा है, जाता रहता है, घूमना चाहिए. घूमने फिरना स्वास्थ्य के लिए ठीक होता है. यहां बता दें कि लगातार जदयू और भाजपा के नेता सवाल उठा रहे हैं कि तेजस्वी यादव बिहार से लापता है.
यहां उल्लेखनीय है कि राबड़ी देवी तीन बार बिहार की कमान सम्भाल चुकी हैं. वह पहली बार साल 1997 में 25 जुलाई को मुख्यमंत्री बनीं. वह बिहार में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाली पहली महिला हैं. उनका पहला कार्यकाल सिर्फ 2 साल (25-07-1997 से 11-02-1999) का रहा.
दूसरे टर्म में (09-03-1999 से 02-03-2000) और तीसरे टर्म में (11-03-2000 से 06-03-2005) तक वह मुख्यमंत्री रहीं. दूसरे टर्म में उन्होंने पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा किया. उन्होंने ऐसे वक्त में बिहार की कमान संभाली थी, जब उनके पति लालू यादव को बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में जेल जाना पड़ा था.