बिहार: सीएम नीतीश कुमार ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां, तेजस्वी यादव से कहा- बैठ जाओ, तुम्हें तो गोद में खिलाया है
By एस पी सिन्हा | Published: February 23, 2021 07:39 PM2021-02-23T19:39:28+5:302021-02-23T19:39:28+5:30
बिहार विधानसभा मेम राज्यपाल के अभिभाषण पर सरकार की तरह से जवाब देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकार की उपलब्धियां गिनाई है।
पटना,23 फरवरी। बिहार विधानसभा के बजट सत्र के आज तीसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के बाद सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जवाब दिया। सरकार का पक्ष रखते हुए उन्होंने कहा कि सदन में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है। नेता प्रतिपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों की जानकारी दी। कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि देश की तुलना में बिहार में सबसे ज्यादा कोरोना की जांच हुई। इस दौरान कोरोना से बेहतर तरीके से निपटा गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना में गड़बड़ी की शिकायत पर मामले की जांच भी की गई। कोरोना से पूरी दुनियां प्रभावित है बिहार में कोरोनाकाल में बेहतर काम किया गया। तेजस्वी के सवाल का जवाब देते उन्होंने कहा कि एम्स में मेडिकल सुविधाएं सबसे ज्यादा है, इसलिए कोरोना के मरीजों को एम्स में भर्ती किया गया था। वही इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन के सदस्यों को मास्क लगाने की नसीहत दी।
नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव से की शांत रहने की अपील
नीतीश कुमार जब सदन में बोल रहे थे तो एक समय गडबडा गए। वहीं, तेजस्वी के टोकने पर उन्होंने कहा कि जिस समय हम उधर थे तब आप गोद में थे। गोद में थे तो क्या समझते। जब तेजस्वी ने फिर से सवाल उठाया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि तुमको हम गोद में नहीं उठाये हैं? हमारी बात सुनिये आगे काम आयेगा...सिर्फ हो-हो करने से कुछ होगा क्या...हम एक-एक सवालों का जवाब देंगे। हमारी बात सुन लीजिए, बीच में नहीं टोकिये, हम आपको टोके थे? हमहीं सभी दिन काम करेंगे?
नीतीश कुमार ने खुद पर लगे आरोपों से पल्ला झाड़ा
कोरोना जांच की रिपोर्ट हम हर दिन देखते हैं। उन्होंने तेजस्वी को कहा कि आप कहिएगा और यहां रहिएगा तो सब बता देंगे। मुख्यमंत्री ने तेजस्वी यादव के कोरोना को लेकर विधानसभा कमिटि के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि कुछ दिन बाद ही चुनाव आ गया तो कमिटि कहां से बनती? कोरोना की पर जब विपक्ष ने सवाल किया तो मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी बात सुन लीजिए मानना होगा मानियेगा, नहीं मानना होगा मत मानियेगा। जांच के बारे में कोई शिकायत आ गई तो पूरा गड़बड़ है? मोबाइल नंबर 0000... आ गया तो गड़बड़ है? सबके पास मोबाइल नहीं होता इसीलिए 0000 दिया गया। जहां गड़बड़ी हुई वहां पर कार्रवाई भी हुई है। कहिए तो बता देते हैं।
बिहार में कोई भी भूखा नहीं मर रहा
सदन में शामिल सदस्यों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि क्षेत्र में यदि कहीं कोई कमी दिखाई दे तो इसे लेकर मंत्री या सीधे मुझे पत्र लिखकर बताएं। आत्मनिर्भर बिहार के लिए सात निश्चय-2 पर काम हो रहा है। अब बिहार में कोई भी भूखा नहीं मर रहा है। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत तीन करोड़ अस्सी लाख के ज्यादा पौधे लगाए गए। मौसम के अनुकूल कृषि को लेकर भी काम की जा रही है। सात निश्चय दो के तहत हर खेत तक पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
सरकार ने हर घर पहुंचाई है बिजली
उन्होंने बताया कि सड़कों की देखरेख का काम विभाग को दिया गया है अब इंजीनियर दफ्तर नहीं बल्कि सड़क देखेंग। सरकार ने हर घर बिजली पहुंचाई है जिससे लोगों को लाभ भी मिल रहा है। बिहार में घर-घर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का काम हमने शुरू किया। एक लाख से ज्यादा प्रीपेड मीटर लगाए भी जा चुका है। बिहार सरकार द्वारा प्रीपेड मीटर लगाए जाने पर अब तो अब तो भारत सरकार ने भी तय किया की प्रीपेड मीटर लगाया जाना चाहिए। जिससे बिजली बिल से जुडी समस्याएं खत्म होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में अभी बिजली की दर लगभग साढे चार रूपया यूनिट है।
वाम दलों के विधायकों पर फूटा नीतीश कुमार का गुस्सा
सभी राज्यों में बिजली दर एक समान हो इसकी चर्चा हमने नीति आयोग की बैठक में भी की। वहीं इस दौरान नारेबाजी कर रहे वाम दलों के विधायकों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए। कार्यवाही के दौरान उन्होंने कहा कि पहली बार 12 सीट मिली है, इसलिए गलत काम मत कीजिए। मुख्यमंत्री ने सदन के सदस्यों से भी मॉस्क लगाने की अपील की। मुख्यमंत्री की अपील के बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मॉस्क पहना। जिसके बाद भाजपा विधायक श्रेयसी सिंह भी मॉस्क लगाते नजर आईं।