बिहार विधानसभा चुनावः लालू यादव को झटका, समधी और ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय होंगे JDU में शामिल
By एस पी सिन्हा | Published: August 19, 2020 05:42 PM2020-08-19T17:42:14+5:302020-08-19T17:47:29+5:30
लालू यादव के समधी चंद्रिका राय भी शामिल हैं. हालांकि, लालू इसके लिए पहले से तैयार थे. चंद्रिका राय समेत राजद के तीन और विधायक गुरुवार को जदयू की सदस्यता लेने जा रहे हैं. इसके पहले राजद के तीन विधायक जदयू में शामिल हो चुके हैं.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के पहले राजनीतिक दलों में दल बदल का खेल तेज होता दिख रहा है. इस खेल में नीतीश कुमार ने एक बार फिर से राजद को झटका दिया है.
इसमें लालू यादव के समधी चंद्रिका राय भी शामिल हैं. हालांकि, लालू इसके लिए पहले से तैयार थे. चंद्रिका राय समेत राजद के तीन और विधायक गुरुवार को जदयू की सदस्यता लेने जा रहे हैं. इसके पहले राजद के तीन विधायक जदयू में शामिल हो चुके हैं.
चंद्रिका राय का जदयू में जाना पहले से ही तय माना जा रहा था, लेकिन उनके खिलाफ पार्टी ने कोई एक्शन नहीं लिया. जबकि लालू यादव ने अपने तीन विधायकों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था. राजद नहीं चाहती कि चंद्रिका राय को पार्टी से बाहर कर उन्हें सहानुभूति बटोरने का मौका दिया जाए.
इसके अलावा राजद से बाहर किए जा चुके विधायक फराज फातमी भी कल ही जदयू में शामिल हो जाएंगे. फराज फातमी दिल्ली में होने की वजह से 2 दिन पहले जदयू की सदस्यता नहीं ले पाए थे. लेकिन अब वह जदयू में शामिल हो रहे हैं. फराज फातमी को राजद ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था.
पालीगंज से राजद विधायक जयवर्धन यादव ने भी पाला बदल लिया
उन्हें महेश्वर यादव और प्रेम चौधरी के साथ चलता कर दिया गया था. इन सबके बीच नीतीश कुमार ने सबसे बड़ा झटका लालू यादव को पालीगंज विधानसभा सीट पर दिया है. पालीगंज से राजद विधायक जयवर्धन यादव ने भी पाला बदल लिया है.
जयवर्धन यादव भी कल ही जदयू में शामिल होंगे. बिहार के चर्चित नेता स्वर्गीय राम लखन सिंह यादव के पोते जयवर्धन यादव पहली बार 2015 में राजद की टिकट पर विधायक बने, लेकिन अब वह जदयू के साथ जा रहे हैं. यहां बता दें कि लालू यादव के समधी चंद्रिका राय ने आखिरकार राजद से हर रिश्ता खत्म कर दिया. 2015 में जब महागठबंधन की सरकार बनी तो चंद्रिका राय को लालू ने नीतीश कैबिनेट में मंत्री बनवाया था. साल 2017 में जब महागठबंधन टूटा, उसके बाद लालू यादव के कुनबे के साथ चंद्रिका राय के परिवार का रिश्ता जुड़ गया.
चंद्रिका राय के परिवार और लालू कुनबे के बीच दूरियां उस वक्त बढ़नी शुरू हो गई
लेकिन अब लालू के समधी नीतीश कुमार के साथ जा रहे हैं. चंद्रिका राय के परिवार और लालू कुनबे के बीच दूरियां उस वक्त बढ़नी शुरू हो गई, जब ऐश्वर्या और तेज प्रताप के रिश्तो में खटास आ गई. शुरू-शुरू में मामला ज्यादा नहीं बिगड़ा, लेकिन जब ऐश्वर्या ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पर मारपीट का आरोप लगाया तो बात ज्यादा बिगड़ गई.
मामला थाने तक पहुंच गया और चंद्रिका राय ने खुलकर लालू यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. तेज प्रताप और ऐश्वर्या का मामला पटना के फैमिली कोर्ट में चल रहा है. लेकिन ऐश्वर्या राय के साथ लालू यादव के घर में जो सलूक हुआ, उससे चंद्रिका भड़के हुए थे. उसी वक्त उन्होंने इस बात के संकेत दे दिए थे कि अब ना तो लालू यादव से कोई रिश्ता रहेगा और ना ही उनकी पार्टी से रिश्ता रहेगा.
चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय के साथ लालू के बेटे तेज प्रताप यादव की शादी हुई है
चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय के साथ लालू के बेटे तेज प्रताप यादव की शादी हुई है, लेकिन तेज प्रताप यादव ने तलाक का मुकदमा दायर कर रखा है. इस शादी को बचाने की तमाम कोशिशें नाकाम रहीं हैं. फिलहाल ऐश्वर्या अपने पिता के पास रह रहीं हैं. इस कारण दोनों परिवारों के रिश्ते में दरार आ चुकी है और चंद्रिका राय राजद में हाशिए पर जा चुके हैं. ऐसे में उनका पार्टी छोडना तय माना जा रहा था.
चंद्रिका राय लंबे वक्त से पार्टी की किसी बैठक में शामिल नहीं हुए हैं. विधान सभा की बैठकों के दौरान भी वह राजद खेमे से दूर ही नजर आए हैं. यह बात बिल्कुल तय मानी जा रही थी कि वह जदयू में जाएंगे, लेकिन कोरोना संकट होने की वजह से इसमें थोड़ी देरी हुई.
आखिरकार चंद्रिका की सम्मानजनक एंट्री के लिए नीतीश कुमार ने दरवाजे खोल दिए हैं. अब देखना होगा कि विधानसभा चुनाव को लेकर उनकी रणनीति क्या होती है? राजद विधायक महेश्वर यादव, प्रेमा चौधरी और संतोष कुशवाहा जदयू की सदस्यता 2 दिन पहले ले चुके हैं.