बिहार विधानसभा चुनावः राजद ने तेज किए सीएम नीतीश पर हमले, लालू का ट्वीट-क्या एक मुख्यमंत्री को विपदा में डर के मारे ऐसे छुपना चाहिए?
By एस पी सिन्हा | Published: June 13, 2020 09:04 PM2020-06-13T21:04:22+5:302020-06-13T21:04:22+5:30
जीवंत पर्यन्त दूसरों की राजनीतिक बैसाखियों के सहारे टिके और इस गंभीर संकट काल में भी 89 दिन से आलीशान बंगले के बाहर कदम नहीं रखने वाले देश के एकमात्र मुख्यमंत्री को क्या अब बाहर निकल गरीब जनता को नहीं संभालना चाहिए?
पटनाः बिहार में होने वाले इस साल विधानसभा चुनाव के लिए समीकरण सेट करने का काम चालू हो गया है. चुनाव की सुगबुगाहट के बीच राजनीतिक पार्टियों ने पासा फेकना भी शुरू कर दिया है.
बिहार के चुनावी समर में रांची के रिम्स से राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला कर रहे हैं. लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री कुमार पर हमला बोला है. लालू ने यहां तक कह दिया कि जिंदगी भर दूसरों की राजनीतिक बैसाखियों के सहारे टिके रहते हैं.
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर से ट्वीट कर लिखा है कि जीवंत पर्यन्त दूसरों की राजनीतिक बैसाखियों के सहारे टिके और इस गंभीर संकट काल में भी 89 दिन से आलीशान बंगले के बाहर कदम नहीं रखने वाले देश के एकमात्र मुख्यमंत्री को क्या अब बाहर निकल गरीब जनता को नहीं संभालना चाहिए? उसके बाद लालू यादव ने बिहार की जनता से एक सवाल भी पूछा है.
उन्होंने पूछा है कि क्या एक मुख्यमंत्री को विपदा में डर के मारे ऐसे छुपना चाहिए? वहीं, तेजस्वी यादव ने भी नीतीश पर निशाना साधा और कहा कि ''विगत वर्ष चमकी बुखार और लापरवाही से सैंक़ड़ों बच्चों की मौत हुई थी. इस वर्ष भी मौत की संख्या दहाई के अंकों में पहुंच चुकी है.
हमारी ससमय सलाह, आग्रह व चेतावनी के बावजूद निर्दयी-निक्कमी नीतीश सरकार अभी भी सोई हुई है. वो शायद मौत के सैकड़ा का इंतज़ार कर रहे है.'' यहां उल्लेखनीय है कि लालू प्रसाद यादव के साथ-साथ राबडी देवी, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव के साथ पार्टी के नेता लगातार निशाना साध रहे हैं. तेजस्वी ने यहां तक कह दिया कि वह कोरोना से डरते हैं. इसलिए बाहर नहीं निकल रहे है.
जीवंत पर्यन्त दूसरों की राजनीतिक बैसाखियों के सहारे टिके और इस गंभीर संकट काल में भी 89 दिन से आलीशान बंगले के बाहर कदम नहीं रखने वाले देश के एकमात्र मुख्यमंत्री को क्या अब बाहर निकल गरीब जनता को नहीं संभालना चाहिए?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) June 13, 2020
क्या एक मुख्यमंत्री को विपदा में डर के मारे ऐसे छुपना चाहिए? pic.twitter.com/NYPI3IPYki