कर्नाटक के बेंगलुरु में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कार्यकर्ता की बुधवार (31 जनवरी) को हत्या के बाद इलाके में तनाव की स्थिति है। प्रशासन ने जेसी नगर में तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है। बीजेपी का दावा है कि संतोष कालिदास बुधवार रात पीएम नरेंद्र मोदी की रैली के लिए पोस्टर लगा रहे थे जिससे नाराज कुछ लोगों ने उनकी चाकू मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने संतोष की हत्या के मुख्य आरोपी वसीम समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस घटना के बाद से बैंगलुरु में राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है।
बैंगलुरु पुलिस के मुताबिक बुधवार शाम करीब 8 बजे संतोष कालिदास अपने कुछ साथियों के साथ पार्टी कार्यालय से घर वापस आ रहा था। रास्ते में वसीम नाम के युवक ने संतोष पर चाकू से हमला कर दिया। संतोष को अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। इस मामले के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि वसीम और संतोष के बीच किसी बात को लेकर पिछले तीन महीने से विवाद चल रहा था।
एक क्षेत्रीय बीजेपी नेता ने दावा किया है कि मृतक पार्टी कार्यकर्ता था। बीजेपी इन दिनों कर्नाटक में परिवर्तन यात्रा निकाल रही है। 4 फरवरी को बैंगलुरु में पार्टी की रैली होनी है जिसमें नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। इसी रैली के लिए युवक पोस्टर लगा रहा था।
बीजेपी नेता सदानंद गौड़ा का मानना है कि यह राजनीति से प्रेरित हत्या है। उन्होंने ट्वीट किया, 'किसी दलित युवक की हत्या को आप क्या कहेंगे। क्या इसे किसी निर्दोष द्वारा की गई हत्या कहा जाएगा।' कर्नाटक के गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी ने कहा कि पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी इस हत्या पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहती है।