सरफराज आलम जीता तो ISIS का हब, प्रदीप सिंह जीता तो राष्ट्रभक्तों का हब बनेगा अररिया : बिहार BJP चीफ नित्यानंद राय
By खबरीलाल जनार्दन | Published: March 10, 2018 02:55 PM2018-03-10T14:55:58+5:302018-03-11T13:06:13+5:30
आरजेडी के उम्मीदवार को अप्रत्यक्ष तौर सपर बीजेपी बिहार चीफ ने आतंकी संगठन आईएसआई से जोड़ा।
बिहार की अरिरिया लोकसभा सीट के उपचुनाव के ऐन पहले बिहार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के चीफ व उजियारपुर के सांसद नित्यानंद राय ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के उम्मीदवार सरफराज आलम के जीतने पर क्षेत्र को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) का हब बन जाने की बात कही है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्वीट के अनुसार बिहार बीजेपी चीफ नित्यानंद राय का कहना है, 'अगर सरफराज आलम (अररिया लोकसभा उपचुनाव में आजेडी का उम्मीदवार) जीतता है तो अररिया आईएसआई का हब बन जाएगा। अगर प्रवीण सिंह (बीजेपी उम्मीदवार) चुनाव में जीतता है कि तो क्षेत्र राष्ट्रभक्तों का हब बन जाएगा।'
उल्लेखनीय है कि अररिया लोकसभा सीट पर कल यानी 11 मार्च को मतदान होने वाले हैं। इसके लिए चुनाव प्रचार बीते कल यानी शुक्रवार को ही थम चुके हैं। ऐसे में बीजेपी सांसद के इस बयान पर चुनाव आयोग कार्रवाई भी कर सकता है।
क्रमांक | पार्टी | प्रत्याशी |
1 | बीजेपी | प्रदीप कुमार सिंह (2009 में बीजेपी की सीट पर सांसद रह चुके हैं) |
2 | आरजेडी | सरफराज आलम (अंतिम चुनाव में जीतने वाले दिवंगत तसलीमुद्दीन के बेटे ) |
3 | राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी | उपेंद्र साहनी |
4 | जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) | प्रिंस विक्टर |
5 | निर्दलीय | बिनीत प्रकाश |
6 | निर्दलीय | माहेश्वर ऋषि |
7 | निर्दलीय | सुदामा सिंह |
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अररिया लोकसभा उपचुनाव 2018 के वोटर
अररिया ओबीसी बाहुल्य लोकसभा सीट मानी जाती है। एबीपी न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक 1 जनवरी 2018 के ताजे आंकड़ों में अरिरिया लोकसभा में 17 लाख 37 हजार 468 वोटर बताए गए हैं। इनमें 9 लाख 19 हजार 115 पुरुष मतदाता हैं। जबकि 8 लाख 18 हजार 286 महिला मतदाता हैं। साथ ही 67 थर्ड जेंडर मतदाता भी सूची में शामिल हैं।
करीब-करीब बराबरी की वोट शेयर करने के बाद भी 13 बार हो चुके लोकसभा चुनावों में कभी कोई महिला प्रत्याशी यहां से नहीं जीती। ना ही इस बार किसी भी पार्टी ने महिला उम्मीदवार मैदान में उतारे। बहरहाल, पिछले लोकसभा चुनाव में करीब 61.48 फीसदी वोट डालने के लिए लोग घरों से निकले थे। इस बार भी बड़े पैमाने पर चुनाव प्रचार हो रहा है जिसमें एक अहम मुद्दा लोगों को वोट डालने जाने के लिए जागरूक करना भी है।
अररिया लोकसभा सीट की अर्थव्यवस्था
अररिया लोकसभा सीट एक कृषि प्रधान क्षेत्र है। अररिया जिला को विकासशील क्षेत्र के तौर पर जाना जाता है। इसे पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि कार्यक्रम के तहत अनुदान भी मिलता रहे हैं। साल 2011 के आंकड़ों के अनुसार 28 लाख से ज्यादा की जनसंख्या वाला यह जिला बिहार की राजनैतिक दृष्टि से बेहद अहम है।