बिहार में RJD को लगा एक और झटका, लालू यादव के करीबी माने जाने वाले व पूर्व विधायक विजेन्द्र यादव ने किया पार्टी को बाय-बाय
By एस पी सिन्हा | Published: June 27, 2020 05:58 PM2020-06-27T17:58:07+5:302020-06-27T19:40:26+5:30
भोजपुर के विधान पार्षद राधाचरण साह और रणविजय सिंह भी तीन अन्य पार्षदों के साथ हाल में ही राजद छोड़ जदयू में शामिल हो गए थे.
पटना: बिहार विधान सभा चुनाव के पहले राजद को लगातार झटका लग रहा है. आज राजद के एक और सिपाही ने पार्टी से नाता तोड लिया है. इसतरह से राजद कैंप में लगातार मच रही भगदड ने तेजस्वी यादव की परेशानी बढा दी है.
पांच विधान पार्षदों के पार्टी छोड कर जदयू में शामिल होने और पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. रघुवंश प्रसाद सिंह के पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद पार्टी को एक और बडा झटका लगा है. पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक विजेंद्र यादव ने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
विजेंद्र यादव लालू यादव के काफी करीबी माने जाने वाले नेताओं में शुमार-
यहां बता दें कि विजेंद्र यादव लालू यादव के काफी करीबी माने जाने वाले नेताओं में शुमार हैं. विजेन्द्र यादव के इस्तीफे से भोजपुर में राजद को तगड़ा झटका लगा है. भोजपुर इलाके में वे राजद के कद्दावर नेता के तौर पर जाने जाते हैं. बताया जा रहा है कि विजेन्द्र यादव पार्टी से काफी दिनों से नाराज चल रहे थे.
आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट देने का ठोस आश्वासन नहीं मिलने पर विजेंद्र यादव ने इस्तीफा दिया है. वे पटना- भोजपुर के चर्चित रेप कांड में फरार चल रहे संदेश के राजद विधायक अरुण यादव के बड़े भाई हैं.
अरुण यादव के रेप कांड में फंसने व फरारी के बाद खुद के लिए टिकट चाहते थे, पर राजद की ओर से विधायक की पत्नी को टिकट का संकेत मिलने पर वे क्षेत्र भ्रमण में जुटी हैं. बताया जाता है कि विजेन्द्र यादव का भोजपुर इलाके में अच्छी पकड़ है और उन्होंने पार्टी के लिए वहां काफी काम भी किया है.
पूर्व विधायक काफी दिनों से नाराज चल रहे थे-
विजेन्द्र यादव के करीबियों ने बताया कि पूर्व विधायक काफी दिनों से नाराज चल रहे थे. यहां बता दें कि कुछ दिनों पहले ही राजद को दोहरा झटका लगा था.
राजद के पांच विधान पार्षद पार्टी छोडकर जदयू में शामिल हो गए वहीं, राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
भोजपुर के विधान पार्षद राधाचरण साह और रणविजय सिंह भी तीन अन्य पार्षदों के साथ हाल में ही राजद छोड़ जदयू में शामिल हो गए थे. विजेंद्र यादव पिछले करीब तीन दशक से राजद में थे.
पिछले लोकसभा चुनाव में आरा लोकसभा क्षेत्र में राजद व भाकपा माले के संयोजक बनाये गए थे. हालांकि अभीतक उन्होंने किसी भी दल की सदस्यता ग्रहण नही की है, लेकिन यह माना जा रहा है कि वह जदयू का दामन थाम सकते हैं.