आम आदमी पार्टी ने बताया, इस बड़ी वजह से कुमार विश्वास को राज्यसभा नहीं भेजा!
By आदित्य द्विवेदी | Updated: January 5, 2018 13:09 IST2018-01-05T09:55:50+5:302018-01-05T13:09:37+5:30
राज्यसभा में ना भेजे जाने पर कुमार विश्वास के तंज का आम आदमी पार्टी ने पलटवार किया है

आम आदमी पार्टी ने बताया, इस बड़ी वजह से कुमार विश्वास को राज्यसभा नहीं भेजा!
''जो आम आदमी पार्टी की सरकार गिराने के लिए विधायकों को तोड़ने के षड्यंत्र में शामिल हो, जो सार्वजनिक तौर पर हर मंच का उपयोग पार्टी के खिलाफ बोलने में करता हो, उसे राज्यसभा में भेजा जा सकता है? वो पार्टी की आवाज़ बनेगा या पार्टी को खत्म करने के लिए काम करेगा? क्या ऐसे व्यक्ति को राज्यसभा भेजा जाना चहिए? मुझे लगता है कि बिल्कुल नहीं भेजा जाना चाहिए। इसलिए पार्टी ने ये निर्णय लिया।'' ये आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय के शब्द हैं।
कुमार विश्वास ने इसका जवाब देते हुए कहा कि मेरा उनसे अनुरोध है कि नए-नए कांग्रेस और बीजेपी से आए हुए जो गुप्ताज हैं, उनके योगदान का कुछ दिन आनंद लें। मेरे शव के साथ छेड़छाड़ ना करें।' इशारे में उन्होंने कह दिया कि इस माहिष्मती की शिवगामी देवी कोई और है।
गुरुवार को दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने फेसबुक लाइव के जरिए कुमार विश्वास पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राय ने साफ तौर पर कहा कि कुमार विश्वास ने केजरीवाल की सरकार गिराने की कोशिश की थी इसीलिए उन्हें राज्यसभा नहीं भेजा गया। आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक गोपाल ने कहा कि पिछले साल अप्रैल में एमसीडी चुनावों के बाद सरकार को गिराने का प्रयास किया गया और उस षड्यंत्र के केंद्र में कुमार विश्वास थे। उन्होंने कहा, 'इस बारे में कुछ विधायकों के साथ अधिकतर बैठकें उनके आवास पर हुईं।'
टिकट ना मिलने पर छलका था कुमार का दर्द
आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा के लिए संजय सिंह, नारायण दास गुप्ता और सुशील गुप्ता के नाम की घोषणा की। कुमार विश्वास को भी प्रबल दावेदार माना जा रहा था। नाम नहीं आने पर कुमार विश्वास ने निराशा में कहा कि मुझे सर्जिकल स्ट्राइक, टिकट वितरण में गड़बड़ी, जेएनयू समेत अन्य मुद्दों पर सच बोलने के लिए मुझे दंडित किया गया है। उन्होंने कहा कि युद्ध का भी एक छोटा नियम होता है कि शहीदों के शव से छेड़छाड़ नहीं की जाती। मैं अरविंद से कहना चाहूंगा कि वह अपने विधायकों और नेता से कहें कि ट्वीट या किसी अन्य माध्यम से शहीद के शव के साथ छेड़छाड़ ना करें।