इस महिला ने अपने रेपिस्ट को सामने बैठाकर 4 घंटे तक बातचीत के बाद दी माफी, अब दूसरे पीड़ितों की करती हैं मदद

By स्वाति सिंह | Published: December 30, 2020 02:09 PM2020-12-30T14:09:56+5:302020-12-30T19:32:35+5:30

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यौन हिंसा का शिकार हुई कनाडा की 25 साल की मार्ली लिस अपने साथ हुई दरिंदगी को भुलाकर आज दुर्व्यवहार और हिंसा की पीड़ित महिलाओं की मदद कर रही हैं।

ओंटोरिया निवासी मार्ली लिस कहती हैं कि उनका पूरा जोर अपराधी को सजा दिलाने के बजाय पीड़ित के जख्मों को भरने और उन्हें नए सिरे से जीवन जीने की कला सिखाने पर है।

कनाडा की स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्ली लिस ने साल 2019 में (रेस्टोरेटिव जस्टिस प्रोसेस) अपने रेपिस्ट का करीब 4 घंटे तक सामना किया था। लिस ने रेपिस्ट को माफ कर दिया। वह कहती हैं कि एक बुरा अतीत भुलाकर उन्हें आगे बढ़ने की जरूरत है। तब से लेकर वह अपनी तरह यौन हिंसा का शिकार हुई महिलाओं की मदद कर रही हैं।

लिस ने CTVNews।ca से टेलीफोन पर एक इंटरव्यू में कहा, 'मुझे अब तक करीब 40 महिलाओं के साथ काम करने का सौभाग्य मिला है। किसी महिला के साथ हिंसा के बाद हम उसके इलाज, शर्मिंदगी महसूस करना, अपने शरीर से प्यार करना और पितृसत्तात्मक व्यवस्था को उजागर करने जैसी चीजों पर काम करते हैं। खुद की आपबीती बताते हुए लिस ने कहा कि अदालत की प्रक्रिया हिंसा जितनी ही दर्दनाक होती है, जो आपको इस दर्द से उबरने नहीं देती है। उन्होंने कहा कि वकील द्वारा हमलावर को डिफेंड करना आपको पीड़ित होने का एहसास दिलाता है।

लिस सिर्फ इतना जानना चाहती थीं कि आखिर रेपिस्ट ने उनके साथ ऐसा क्यों किया। लिस कहती हैं कि अगर उन्हें रेस्टोरेटिव जस्टिस प्रोसेस के बारे में पहले पता होता तो वह अदालत की कार्यवाही से होने वाले अघात से खुद को बचा पाती। उन्होंने बताया कि रेस्टोरेटिव जस्टिव प्रोसेस को एक मेडिटेशन सर्किल के रूप में आयोजित किया गया था, जहां पीड़ित की मां, बहन, उसकी एक दोस्त, दो मेडिटेटर्स, दो वकील और खुद दोषी मौजूद था। यहां उन्होंने 8 घंटे तक सबके सामने अपना दर्द बयां किया और बताया कि आखिर इस घटना ने उनकी जिंदगी पर कितना बुरा असर डाला है।

लिस से जब पूछा गया कि दोषी अब क्या कर रहा है, अगर वो ये जानना चाहती है तो इसके लिए भी कानून में प्रवाधान है। इस पर लिस ने कहा कि उसे ये जानने में कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा कि इस घटना और दोषी के बारे में बार-बार सोचने से उनके पुराना जख्म ताजा होंगे।

लिस ने 'री ह्यूमनाइज' नाम की एक संस्था भी शुरू की है, जो यौन हिंसा की पीड़ित महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उन्हें न्याय दिलाने का काम करती है।

स्टैटिस्टिक्स कनाडा सर्वे-18 के मुताबिक, 15 साल की उम्र की 1 करोड़ 10 लाख से ज्यादा लड़कियां शारीरिक उत्पीड़न या यौन हिंसा का शिकार हुई हैं। स्टै

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