प्रदोष व्रत 2019: 14 जून को शुक्ल पक्ष के प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा करने से बनते है बिगड़े काम By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 14, 2019 7:16 AMOpen in App1 / 6प्रदोष व्रतभगवान शिव की अराधना और पूजा के सबसे बड़े दिनों में से एक है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना करने से सभी संकटों का नाश होता है।2 / 6हिंदू पंचांग के अनुसार प्रदोष व्रत हर महीने की त्रयोदशी तिथि के दिन किया जाता है। इस साल यानी 2019 में 24 प्रदोष व्रत पड़ रहे हैं। जून में भी दो प्रदोष व्रत हैं। पहला प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष) 14 जून को है। इसके बाद दूसरा 30 जून (कृष्ण पक्ष, आषाढ़) को पड़ रहा है।3 / 6प्रदोष व्रत के मौके पर भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा की जाती है। यह पूजा शाम को सूर्यास्त से ठीक पहले की जाती है। पूजा करने से पहले स्नान करें और पवित्र श्वेत वस्त्र पहनकर पूजा करने बैठे। संभव हो तो उत्तर-पूर्व की ओर मुंह करते हुए पूडा के स्थान पर बैठें।4 / 6इसके बाद पांच रंगों से रंगोली बनाए और पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक करें। इस दौरान ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। अभिषक के बाद विधिवत पूजा करें और मिठाई, फल आदि का भोग भगवान शिव को लगाएं।5 / 6मान्यताओं के अनुसार इस पूजन को करने से शिव की कृपा प्राप्त होती है। खासकर आर्थिक संकटों से जूझ रहे लोगों को इससे विशेष लाभ होता है। इस रोग को करने से कई रोग भी भगवान शिव की कृपा से दूर होते हैं।6 / 6अविवाहित लड़के-लड़कियों के लिए भी इस पूजन का महत्व है। उन्हें योग्य वर-वधू मिलते हैं। साथ ही समृद्धि और सौभाग्य का भी वरदान मिलता है और आयु लंबी होती है। पुत्र की कामना करने वालों को भी इस व्रत को करना चाहिए। और पढ़ें Subscribe to Notifications