1 / 7देश भर में आज ईद-उल-फितर का जश्न है। भोपाल के ईदगाह मस्जिद में भी इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग जुटे और ईद की नजाम पढ़ी।2 / 7ईद का उत्साह खासकर बच्चों में देखते ही बनता है। मध्य प्रदेश के भोपाल के ईदगाह मस्जिद में बच्चे भी बड़ी संख्या में नजर आये। नये कपड़े, ईदी जैसी ऐसी कुछ चीजें हैं जो बच्चों के उत्साह को और बढ़ाती हैं।3 / 7ईद-उल-फितर को मीठी ईद भी कहते हैं। इस दिन घर में सेवइयां के अलावा कई लजीज पकवान बनते हैं जो बच्चों को पसंद आते हैं। बिरयानी, कबाब, हलीम जैसे पकवान ईद की खास पहचान हैं। 4 / 75 / 7ईद के दिन की शुरुआत नमाज पढ़ने से शुरू होती है। देश भर के तमाम मस्जिदों और ईदगाहों में लोग नमाज पढ़ते हैं और गले-मिलकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते हैं। 6 / 7ईद इस्लामी कैलेंडर के शव्वाल महीने का पहला दिन होता है। हालांकि, पूरी दुनिया में इसे अलग-अलग दिनों पर मनाया जाता है। ऐसा इसलिए कि ईद को मनाने की तारीख दरअसल चांद के दिखने पर निर्भर होती है। इस दिन मुस्लिम नये कपड़े पहन कर गरीबों को दान करते हैं और नमाज अता कर अल्लाह को याद करते हैं। 7 / 7ईद के दिन दिल्ली के जामा मस्जिद में भी बड़ी संख्या में लोग एक-साथ नमाज पढ़ते नजर आये। ईद के इस मौके पर पढ़ी जाने वाली नमाज आम दिनों के नमाज से अलग होती है। आम तौर पर इस दिन नमाज खुले आकाश में बड़ी संख्या में मौजूद लोगों के साथ पढ़ा जाता है। इसका मकसद ये है कि ज्यादा से ज्यादा लोग भेदभाव भूलाकर एक साथ खड़े हों और अल्लाह को शुक्रिया कहें। इसका मकसद ये भी होता है कि ज्यादा से ज्यादा लोग एक-दूसरे से मिले और मुबारकबाद दें।