Adhik Maas Shivratri 2023: भगवान श्री महाकालेश्वर की छठी सवारी, भोले-शंभू के जयकारों से गूंजा महाकाल परिसर, देखें तस्वीरें

By बृजेश परमार | Published: August 14, 2023 08:52 PM2023-08-14T20:52:15+5:302023-08-14T20:55:17+5:30

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स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पूर्व यहां निकली भगवान श्री महाकालेश्वर की छठी सवारी पूरी तरह से देश भक्ति के रंग में रंगी रही।पूरी सवारी के दौरान केसरिया ध्वज के साथ ही जमकर तिरंगा लहराया गया।

अधिक मास के कारण इस वर्ष भगवान की  10 सवारी है।छठी सवारी में पालकी में चंदमौलेश्वर,हाथी पर मनमहेश,नवीन रथ में घटाटोप,श्री गरूड पर श्री शिवतांडव,नंदी रथ पर उमा महेश,डोल रथ पर होल्कर स्टेट मुखारविंद स्वरूप में दर्शन श्रद्धालुओं को हुए। तीनों लोकों में पूजनीय बाबा श्री महाकाल की श्रावण-भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारी की प्रतीक्षा सम्पूर्ण संसार करता हैं। जब श्री महाकालेश्वर भगवान अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए निकलते हैं। भक्त भी उनकी मनमोहक छवि के दर्शन कर रोमांचित हो उठते हैं।

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर संदीप सोनी ने बताया कि, श्रावण माह की चार, अधिक माह की चार, और भाद्रपद माह की दो सवारियां मिलाकर कुल 10 सवारियों में भगवान श्री महाकालेश्वर विविध मोहक रूपों में भक्तो का हाल जानने नगर भ्रमण करेंगे। इस हेतु मंदिर प्रबंध समिति द्वारा दानदाता के सहयोग से 2 नवीन रथ तैयार किये गए है ।जिसमे से एक रथ पर भगवान श्री महाकालेश्वर श्री घटाटोप स्वरुप में विराजित होकर निकले।

इससे पूर्व भगवान के श्री चंदमौलेश्वर स्वरूप का सभागार में पूजन अर्चन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया। अपराहन 4 बजे मंदिर के सभा  मंडप में पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कमलनाथ  ने बाबा महाकाल की पूजा अर्चना कर पालकी  को कांधा देकर महाकाल को  नगर भ्रमण के लिए रवाना किया।

इस दौरान मंदिर के मुख्य द्वार पर पुलिस टुकड़ी द्वारा महाकाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद राजाधिराज चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर स्वरूप में सवार होकर राजसी ठाठ बाट के साथ प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले । बाबा महाकाल ने अपने भक्तों को घटाटोप स्वरूप में दर्शन दिये। हाथी पर मन महेश , गरुड़ रथ पर शिव तांडव , नंदी रथ पर उमा महेश  और डोल रथ पर होलकर स्टेट के मुखारविंद विराजित होकर निकले तो श्रद्धालुओं ने अपने  राजा के स्वागत में फूल बसाकर पलक पावडे बिछा दिए।

वही सवारी के रामघाट पहुंचने पर बाबा महाकाल का शिप्रा के पवित्र जल से अभिषेक कर पूजा अर्चना की गई । तत्पश्चात सवारी अपने परंपरागत मार्ग गणगौर दरवाजा ढाबा रोड गोपाल मंदिर और पटनी बाजार होते हुए पुनः महाकाल मंदिर पहुंची । वहीं स्वतंत्रता दिवस के चलते 1 दिन पहले ही आज सवारी में श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखने को मिला।

पूरे सवारी मार्ग पर हजारों श्रद्धालु हाथों में तिरंगा झंडा लिए खड़े हुए थे। सवारी में घुड़सवार पुलिस दल, पुलिस टुकड़ी और, पुलिस बैंड के अलावा भजन मंडलिया शामिल हुई । सवारी मार्ग के दोनों और लाखों श्रद्धालु बाबा महाकाल की एक झलक पाने के लिए  घंटो से जमे हुए थे। इधर पूरे सवारी मार्ग पर प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये थे। मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि, श्री महाकालेश्वर मंदिर द्वारा दर्शनार्थियों की सुविधा हेतु शीघ्र दर्शन की व्यवस्था हैं।

जिसमें भक्त रुपये 250 /- प्रति श्रद्धालु के मान से भेट राशि प्रदाय कर रसीद प्राप्त कर श्री महाकालेश्वर भगवान के शीघ्र दर्शन कर सकते है। सोनी में बताया कि, श्रावण माह में दिनांक 01 जुलाई से 10 अगस्त तक रुपये 250/- शीघ्र दर्शन की रसीद से श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति को रुपये 05 करोड़ 84 लाख 24 हज़ार 2 सौ 50 की आय हुई है। ज्ञात हो कि, श्री महाकालेश्वर मंदिर द्वारा द्वार क्रमांक 01 मंदिर प्रशासनिक कार्यालय के सामने, श्री बड़ा गणेश मन्दिर के पास अन्नक्षेत्र में,  द्वार क्रमांक 04 , व मानसरोवर प्रोटोकॉल कार्यालय में रुपये 250 के काउंटर स्थापित किये गए है।