राष्ट्रीय एकता दिवस पर पढ़ें सरदार वल्लभ भाई पटेल के 10 अनमोल विचार

By शैलेश कुमार भक्त | Published: October 31, 2020 11:53 AM2020-10-31T11:53:10+5:302020-10-31T11:53:10+5:30

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मेरी एक ही इच्छा है कि भारत एक अच्छा उत्पादक हो और इस देश में कोई अन्न के लिए आँसु बहाता हुआ भूखा ना रहे।

जब तक इसे यथायोग्य सुसंगत और एकजुट ना किया जाए, तब तक एकता के बिना जनशक्ति शक्ति नहीं है, उस दशा में यह आध्यात्मिक शक्ति बन जाती है।

मित्रहीन का मित्र बन जाना मेरे स्वभाव में हैं।

सत्याग्रह पर आधारित लड़ाई दो तरह की होती है. एक वह लड़ाई जो हम अन्याय के खिलाफ़ चालू करते हैं, और दूसरी जो हम अपनी स्वयं की कमजोरी से लड़ते हैं।

आपकी अच्छाई आपके मार्ग में बाधक है, इसलिए अपनी आँखों को क्रोध से लाल होने दीजिये, और अन्याय का मजबूत हाथों से सामना कीजिये।

इस मिट्टी में कुछ अनूठा है, जो कई बाधाओं के बावजूद हमेशा महान आत्माओं का निवास रहा है।

जीवन की डोर ईश्वर के हाथ में है, इसलिए चिंता की कोई बात हो ही नहीं सकती।

शक्ति के अभाव में विश्वास व्यर्थ है। विश्वास और शक्ति, दोनों किसी महान कार्य को करने के लिए आवश्यक हैं।

बोलने में मर्यादा मत छोड़ना, गालियाँ देना तो कायरों का काम है।

शत्रु का लोहा भले ही गर्म हो जाये, पर हथौड़ा तो ठंडा रहकर ही काम दे सकता है।