1 / 7खूब पानी पियें नैचुरल रूप से पेट और आंतों को शुद्ध करने के लिए पानी सबसे सरल और सुरक्षित तरीकों में से एक है। कम पानी पीने से मल त्यागने में समस्या होती है क्योंकि शरीर पानी को बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा होता है जिसके परिणामस्वरूप मल सूखा, कठोर और कठिन हो जाता है। दिन भर में आपको कम से कम आठ गिलास पानी पीना चाहिए। अध्ययनों के अनुसार पर्याप्त पानी से कोलोरेक्टल कैंसर और कब्ज का जोखिम कम हो सकता है। 2 / 7फलों और सब्जियों के रस में फाइबर, यौगिक और नैचुरल शुगर सोर्बिटोल और फ्रुक्टोज जैसे घटक होते हैं जो एक रेचक के रूप में काम करते हैं। पेट की सफाई के लिए सेब, नाशपाती, केला, अंगूर और नींबू पानी आदि का सेवन करना चाहिए। हालांकि, फलों और सब्जियों के रस को स्मूदी के रूप में लेना बेहतर तरीका है, जिससे फाइबर, पानी और सभी पोषक तत्व मिल सकते हैं।3 / 7अगर आप शरीर की गंदगी को बाहर निकालकर इन समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आपको हरड़ या हरीतकी का इस्तेमाल शुरू कर देना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार हरड़ का आंतों पर प्रभाव सौम्य होता है। आंतों की नियमित सफाई के लिए नियमित रूप से हरड़ का प्रयोग लाभकारी है। 4 / 7दो चम्मच समुद्री नमक या गुलाबी नमक को गुनगुने पानी में मिलाकर खाली पेट पीने से फायदा होता है। यह कुछ ही मिनटों के भीतर पेट के कामकाज को बढ़ा सकता है। बेहतर रिजल्ट के लिए आपको दिन में दो बार ऐसा करना चाहिए।5 / 7आम की पत्तियां पेट के लिए काफी फायदेमंद होती है। आम की पत्तियों के चूर्ण का प्रतिदिन सेवन करने से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बहुत कम हो सकता है। इसके सेवन से किडनी, लीवर और फेफड़ों की बीमारियां होने का खतरा बहुत कम हो जाता है।6 / 7नींबू का पानी और शहद पेट और आंतों की सफाई करने के लिए ताजे नींबू का रस, एक चम्मच शहद और एक चुटकी नमक को गर्म पानी में मिलाकर सुबह खाली पेट पिएं। इससे इम्यून सिस्टम भी मजबूत बनता है।7 / 7फाइबर से भरपूर किशमिश से ना केवल स्टूल होने में मदद मिलती है बल्कि स्टूल को सॉफ्ट बनाने और उसे आसानी से शरीर से बाहर निकालने में भी मदद मिलती है। ये ड्राई फ्रूट एक शक्तिशाली प्राकृतिक रेचक औषधि यानि मुलायम करने वाली दवा के रूप में काम करता है जिससे मल को चिकना करने और आसानी से निकासी में आसानी होती है।