मौसमी बीमारियों का कहर जारी, अस्पतालों में आई फ्लू, वायरल इंफेक्शन, बुखार, जुकाम और खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ी

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 27, 2023 12:53 PM2023-07-27T12:53:04+5:302023-07-27T13:10:42+5:30

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बदलते मौसम में बीमारियों ने लोगों को घेर लिया है, अस्पतालों में आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस के मरीज बढ़ रहे हैं, साथ ही बुखार, जुकाम और खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ी है।

कंजक्टिवाइटिस के मरीज तेजी से बढ़ रहे है। केवल देश की राजधानी ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल, राजस्थान और बिहार जैसे राज्यों में भी यह तेजी से फैल रहा है।

जानकारों के अनुसार आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस एक प्रकार की समस्या है जिसमें आंखों के श्लेष्म झिल्ली में सूजन हो जाता है। बता दें कि यह एक आम स्थिति है जो बैक्टीरिया, वायरस या एलर्जी के कारण लोग इससे संक्रमित हो जाते है।

पूरे भारत में फिलहाल बरसात का सीजन चल रहा है जिससे देश में कई बरसाती बीमारियां जन्म ले रही है। इन बीमारियों में आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस भी एक समस्या जिससे अभी ज्यादातर लोग संक्रमित हो रहे है। जानकारों की अगर माने तो मानसून के मौसम में नमी बढ़ जाती है जो आई फ्लू के वायरस के प्रसार के लिए अनुकूल परिस्थितियां पैदा करती है।

यही नहीं हाल में देश के कई हिस्सों में बारिश और बाढ़ के कारण भी बरसाती बीमारी जैसे आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस को बढ़ावा मिला है। इसके साथ इस सीजन में लोगों द्वारा एक दूसरे के संपर्क में आने से भी यह समस्या पैदा हो सकती है, भारत में पिछले एक साल में आई फ्लू के 10,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से अधिकांश मामले मानसून के मौसम में दर्ज किए गए हैं। ऐसे में अभी भी बरसात का सीजन चल रहा है, ऐसे में इस साल भी मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।