Pics: रोजना खाएं अंकुरित दाल और चना, खून की कमी, बवासीर समेत 10 रोग हो जाएंगे छू मंतर By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 17, 2020 07:10 AM 2020-02-17T07:10:44+5:30 2020-02-17T07:10:44+5:30
Next Next अंकुरित यानी स्प्राउट में सबसे ज्यादा पोषक तत्व और प्रोटीन होते है। दलहन, नट्स, बीज, अनाज और फलियों को अंकुरित करके स्प्राउट्स बनाया जाता है। किसी भी अनाज या दाल को जब पानी में भिगोकर स्प्राउट बनाया जाता है तो एंटी-न्यूट्रीन्ट जैसे फाइटेट्स आदि खत्म हो जाते हैं। इन तत्वों के खत्म होने से इन्हे पचाने में आसानी होती है। कुछ स्प्राउट जैसे- अल्फला, मूली, ब्रोकली, क्लोवर और सोयाबीन आदि पौधों से मिलने वाले स्प्राउट है जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते है।
स्प्राउट का सेवन करने से आप अपने वजन को नियमित कंट्रोल में रख सकते है, क्योंकि स्प्राउट मंप कैलोरी की मात्रा कम और प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, जिससे आप अपने वजन को हमेशा कंट्रोल में रख सकते हैं।
स्प्राउटस में विटामिन सी की मात्रा पाई जाती है, जिससे शरीर में वाइट ब्लड सेल्स का विकास होता है। वाइट ब्लड सेल्स शरीर में होने वाले इन्फेक्शन और बीमारियों से लड़ने में सहायक होते है। ये सेल्स आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते है।
स्प्राउट में फाइबर और प्रोटीन के साथ विटामिन ए भी मात्रा पाई जाती है, जो आपके आंखों की रोशनी को तेज करने में सहायक है। स्प्राउट में एंटीऑक्सीडेंट एजेंट भी होते है, जो आपके आंखों को सेल्स के कण से बचाने में मदद कर सकते है।
स्प्राउट्स प्रोटीन और कैल्शियम का एक बढ़िया स्त्रोत है, जो आपको भरपूर मात्रा में फाइबर भी देता है। इतना ही नहीं यह विटामिन्स और मिनरल्स का भी अच्छा स्त्रोत है।
मोठ का सेवन करना मांसपेशियों के लिए काफी फायदेमंद है। मांसपेशियों के विकास में सहायक होने के साथ ही यह वसा को कम करने में भी मददगार हो सकते है।
चूंकि यह फाइबर से भरपूर होती है, इसलिए रोजाना सुबह नाश्ते में इसे खाने से आपको कब्ज की समस्या से बचने में मदद मिलती है और पाचन तंत्र को सुरक्षित व स्वस्थ रख सकती है।
स्प्राउट का सेवन करने से अच्छी मात्रा में आयरन और कॉपर के साथ शरीर में रेड ब्लड सेल्स का विकास होता है, जिससे शरीर में खून का संचालन बढ़ जाता है और ऑक्सीजन को ऑर्गन्स और सेल्स तक पहुंचाने में आसानी होती है। जिससे ऑर्गन्स और सेल्स अपने कार्य सही प्रकार से कर पाते है।
स्प्राउटस में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा पाई जाती है जो आपके अच्छे कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाने में मदद करती है और हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को खून की नसों और धमनियों में से कम करता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड एक तरह का एंटी-इंफ्लेमेटरी भी होता है जो आपके कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम से थकान को दूर करने में सहायता करता हैं।
स्प्राउट्स में एंजाइम्स की मात्रा अधिक होती है, जिनसे मेटाबोलिक प्रोसेस और केमिकल रिएक्शंस का कार्य अच्छी तरह से चलता है। इनमें फाइबर की मात्रा भी पाई जाती है, जो खाना पचाने में सहायक होती है।
कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने का गुण होने के कारण यह ब्लडप्रेशर की समस्याओं में भी फायदेमंद है। हाई ब्लडप्रेशर में यह लाभकारी है।