SBI ने दी ग्राहकों को बड़ी खुशखबरी, सभी लोन पर रेट घटाया, सस्ती होगी आपकी EMI

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 7, 2019 14:41 IST2019-08-07T14:13:47+5:302019-08-07T14:41:40+5:30

इससे पहले रिजर्व बैंक ने सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये बुधवार को प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 0.35 प्रतिशत की कटौती कर दी। यह लगातार चौथा मौका है जब रेपो दर में कटौती की गयी है।

SBI to reduce lending rate by 15 bps w.e.f August 10; One year MCLR to be 8.25% w.e.f August 10 | SBI ने दी ग्राहकों को बड़ी खुशखबरी, सभी लोन पर रेट घटाया, सस्ती होगी आपकी EMI

रिजर्व बैंक की ओर से रेपो दर में कटौती के बाद बैंकों पर कर्ज और सस्ता करने का दबाव बढ़ गया है

Highlightsएसबीआई की नई दरें 10 अगस्त से प्रभावी होंगी।भारतीय स्टेट बैंक ने सभी अवधि के कर्ज पर ब्याज दर 0.15 प्रतिशत घटायी हैं।

भारतीय स्टेट बैंक ने सभी अवधि के कर्ज पर ब्याज दर 0.15 प्रतिशत घटायी हैं। नई दरें 10 अगस्त से प्रभावी होंगी। एसबीआई ने एक साल की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलएलआर) 8.25 प्रतिशत कर दिया है।

इससे पहले रिजर्व बैंक ने सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये बुधवार को प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 0.35 प्रतिशत की कटौती कर दी। यह लगातार चौथा मौका है जब रेपो दर में कटौती की गयी है। इस कटौती के बाद रेपो दर 5.40 प्रतिशत रह गयी है। रिजर्व बैंक की ओर से रेपो दर में इस कटौती के बाद बैंकों पर कर्ज और सस्ता करने का दबाव बढ़ गया है। इसके चलते आने वाले दिनों में आवास, वाहन और व्यक्तिगत कर्ज पर ब्याज दर कम हो सकती है। 

रेपो दर वह दर होती है जिस पर केंद्रीय बैंक वाणिज्यिक बैंकों को अल्पकाल के लिये नकदी उपलब्ध कराता है। रेपो दर में इस कटौती के बाद रिजर्व बैंक की रिवर्स रेपो दर भी कम होकर 5.15 प्रतिशत, सीमांत स्थायी सुविधा (एमएसएफ) दर और बैंक दर घटकर 5.65 प्रतिशत रह गई।

मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने मुद्रास्फीति के उसके तय लक्ष्य के दायरे में रहने पर गौर करते हुए रेपो दर में कटौती का निर्णय किया। समिति ने कहा कि जून में द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद भी घरेलू आर्थिक गतिविधियां नरम बनी हुई है। वहीं वैश्विक स्तर पर नरमी तथा दुनिया की दो अर्थव्यवस्थाओं के बीच बढ़ते व्यापार तनाव से इसके नीचे जाने का जोखिम है। 

समिति ने कहा कि पिछली बार की रेपो दर में कटौती का लाभ धीरे-धीरे वास्तविक अर्थव्यवस्था में पहुंच रहा है, नरम मुद्रास्फीति परिदृश्य नीतिगत कदम उठाने की गुंजाइश देता है ताकि उत्पादन में नकारात्मक अंतर की भरपाई की जा सके। 

केंद्रीय बैंक ने 2019-20 के लिये सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के अनुमान को भी सात प्रतिशत से घटाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 3.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है जबकि दूसरी छमाही में इसके 3.5 से 3.7 प्रतिशत के दायरे में रहने का अनुमान है। इसमें घट-बढ़ का जोखिम बराबर है। 

मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक एक, तीन और चार अक्टूबर 2019 को होगी। 

English summary :
State Bank of India has reduced the interest rate on all term loans by 0.15 percent. The new rates will be effective from August 10. SBI has raised the one-year marginal cost based interest rate (MCLLR) to 8.25 percent.


Web Title: SBI to reduce lending rate by 15 bps w.e.f August 10; One year MCLR to be 8.25% w.e.f August 10

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