बैंक से लोन लेना हुआ आसान, इस स्कीम का उठाएं फायदा

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: October 10, 2018 12:51 PM2018-10-10T12:51:57+5:302018-10-10T12:53:54+5:30

HDFC-CAMS-MF एचडीएफसी के उन सभी ग्राहकों के लिए है, जिनके पास सीडीएस के साथ पंजीकृत 10 फंड  हाउसों की स्कीमों में से कम से कस एक स्कीम है।

Now loan taking process is easy, know more about it | बैंक से लोन लेना हुआ आसान, इस स्कीम का उठाएं फायदा

बैंक से लोन लेना हुआ आसान, इस स्कीम का उठाएं फायदा

अगर आप भी लोन लेने की सोच रहे हैं तो एचडीएफसी ने ग्राहकों की सुविधा का ख्याल रखते हुए डिजिटल लोन को और आसान कर दिया है। इसके लिए बैंक ने रजिस्ट्रार ट्रांसफर एजेंट और CAMS के साथ हाथ मिलाया है। बैंक ने म्यूचल फंड के बदले डिजिटल लोन की प्रक्रिया अब पूरी तरह से ऑनलाइन कर दी है। इस साझेदारी की वजह से अब ग्राहकों के लिए म्यूचुअल फंड के बदले लोन लेने की प्रक्रिया में इकाईयों को गिरवी रखना, खाता खोलना और ऋण के रूप में इसे निकालना आसान होगा।

HDFC-CAMS-MF की प्रक्रिया है आसान 
- सबसे पहले आपको HDFC बैंक के नेट बैंकिंग पोर्टल पर जाना होगा। वहां जाने के बाद आप अपने CAMS में लॉग इन करें। उसके बाद आप अपने किस म्यूचुअल फंड को गिरवी रखना चाहते हैं, उस चुने।

- म्यूचुअल फंड का ऑप्शन चुनने के बाद आप लोन लेने की नियम और शर्तों पर क्लिक करें।

- नियम और शर्त पूरी करने के बाद आपके इनपुट पर वन टाइम पासवर्ड (OTP) आएगा और फिर ओवरड्राफ्ट आपके खाते में इस्तेमाल करने के लिए तैयार होगा।  

ये किस तरह काम करता है
HDFC-CAMS-MF एचडीएफसी के उन सभी ग्राहकों के लिए है, जिनके पास सीडीएस के साथ पंजीकृत 10 फंड  हाउसों की स्कीमों में से कम से कस एक स्कीम है। म्यूचुअल फंड इकाई को बैंक के पास गिरवी रखा जाता है और आपके नाम पर एक चालू खाता खोला जाता है। इसके बाद आपको एक एग्रीमेंट पेपर पर साइन कर अकाउंट ओपन करने की फॉर्मिलिटी पूरी करनी होगी। ग्राहक के साथ लोन एग्रीमेंट होने के बाद म्यूचुअल फंड रजिस्ट्रार से, सीएएमएस या करवी को इकाइयों को खिलाफ ग्रहणाधिकार बनाने के लिए कहा जाता है। अगर आपकी इकाईयां डीमैट फॉर्म में हो तो प्रक्रिया तेजी से पूरी होती है।

म्यूचुअल फंड के जरिए आप कितना लोन ले सकते हैं?
लोन का हिस्सा और ओवरड्राफ्ट आपके म्यूचुअल फंड के मार्केट वैल्यू के ऊपर निर्भर करता है। कुछ कर्ज देनेवाले कुल संपत्ति के मूल्य का 70 प्रतिशत तक कर्ज देते हैं। वहीं कुछ लोग नेट एस्सेट वैल्यू (NVA) पर पचास प्रतिशत तक कर्ज देते हैं। अधिकतम कर्ज की राशि को 20 लाख रुपये से 7.5 करोड़ रुपये तक किया जा सकता है। 

इंट्रेस्ट रेट कितना होगा
इंट्रेस्ट रेट बैंकों में अपने बैंक की उधार आधारित दर (एमसीएलआर) एमसीएलआर की मार्क-अप के साथ मामूली लागत से जुड़ी हुई है। इंट्रेस्ट रेट को आप बैंक से कंफर्म करें। फिलहाल ये अधिकांश बैंकों के साथ लगभग 11 प्रतिशत है। यदि ऋण एनबीएफसी से है, तो आगे बढ़ने से पहले दर जान लें।

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