EPFO ऑफिस के चक्कर लगा कर थक चुके हैं तो ये तारीख रखें याद, ईपीएफओ दूर करेगा शिकायत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 27, 2020 14:06 IST2020-01-27T14:06:47+5:302020-01-27T14:06:47+5:30
EPFO के अनुसार हर महीने की 10 तारीख को उसके रीजनल ऑफिस में 'निधि आपके निकट' प्रोग्राम होगा जहां आपको अपनी समस्याओं का हल मिल जाएगा.

फाइल फोटो
हममें से बहुत से लोग अपने पीएफ से जुड़ी कई समस्याओं को लेकर परेशान रहते हैं. इसके समाधान के लिए आपको ऑनलाइन से लेकर ऑफलाइन यानि EPFO दफ्तर के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं तो निराश होने की ज़रूरत नहीं है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानि ईपीएफओ आपकी इस समस्या का हल की निकालने के लिए एक नया प्रोग्राम लेकर आया है. EPFO ने अपने मेंबर्स और पेंशन धारकों के लिए एक कैंपेन शुरू किया है जिसका नाम है 'निधि आपके निकट' .
Participate in Nidhi Apke Nikat on 10th of every month (next working day in case of holiday ) to discuss your doubts and provide your feedback#EPFO#HumHainNa#NidhiApkeNikatpic.twitter.com/sljhbjlKnM
— EPFO (@socialepfo) January 16, 2020
EPFO के अनुसार हर महीने की 10 तारीख को उसके रीजनल ऑफिस में 'निधि आपके निकट' प्रोग्राम होगा जहां आपको अपनी समस्याओं का हल मिल जाएगा.
इस प्रोग्राम 'निधि आपके निकट' में EPFO के मेंबर और पेंशनर रीजनल ऑफिस में अधिकारियों से अपनी समस्याओं के बारे में बात कर सकते हैं. जहां EPFO के अधिकारी आपकी शिकायतों का निवारण करेंगे और आपको संगठन की नयी पहलों से जागरूक कराएंगे.
क्या है 'निधि आपके निकट' का मकसद
'निधि आपके निकट' प्रोग्राम के पीछ EPFO का मकसद इसके सदस्यों, पेंशनरों और संगठन को एक साथ लाना है. इस प्रोग्राम में आमने-सामने लाने से सभी एक दूसरे के सामने अपनी बात रख पाएंगे. आमने-सामने बातचीत से सदस्यों की शिकायतों का निपटारा तो होगा ही साथ ही संगठन अपनी नयी पहलों की जानकारी भी लोगों को देगा.
अगर 10 तारीख को छुट्टी हो तब क्या होगा ?
EPFO के मुताबिक महीने की हर 10 तारीख को 'निधि आपके निकट' कार्यक्रम का आयोजन होगा, लेकिन अगर किसी महीने में 10 तारीख को छुट्टी पड़ जाए तब 'निधि आपके निकट' प्रोग्राम 10 तारीख के अगले वर्किंग डे पर होगा.
EPFO के हैं 4.5 करोड़ मेंबर
नवंबर 2019 तक के आंकड़ों के हिसाब से EFFO के सक्रिय सदस्यों की संख्या 4.5 करोड़ से ज़्यादा थी. साथ ही इंम्लॉइज पेंशन स्कीम के पेंशनरों की संख्या 65 लाख थी.