ब्यूनस आयर्स, 18 अक्टूबर: आकाश मलिक ने भारत के लिए यूथ ओलंपिक खेलों में तीरंदाजी (आर्चरी) का पहला सिल्वर मेडल जीतते हुए नया इतिहास रच दिया है। 15 वर्षीय आकाश ने ये कमाल गुरुवार को किया।
पुरुषों के रिकर्व इवेंट के फाइनल में उन्होंने यूएसए के ट्रेंटन काउल्स से 0-6 से हार के बाद सिल्वर मेडल जीता। इससे पहले 2010 के नानजिंग यूथ ओलंपिक में अतुल वर्मा ने तीरंदाजी में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
पुणे स्थिति आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट से अपनी ट्रेनिंग लेने वाले एक किसान के बेटे आकाश को पहले सेट में यूएस के ट्रेंटन के खिलाफ पहले सेट में 26-28 से शिकस्त मिली। दूसरे सेट में भी आकाश को करीबी मुकाबले में 29-27 से शिकस्त मिली।
तीसरे सेट में आकाश ने पहले प्रयास में छह का स्कोर करते हुए वापसी की उम्मीद गंवा दी और ये सेट 26-28 से गंवा दिया।
आकाश ने तीरंदाजी की शुरुआत छह साल पहले की थी, जब फिजिकल ट्रेनर से आर्चरी कोच बने मंजीत मलिक ने उन्हें एक ट्रायल के दौरान चुना था।
इससे पहले 2014 में आकाश विजयवाड़ा में हुए मिनी नेशनल (अंडर-14) आर्चरी चैंपियनशिप में रिवर्क लड़कों की उस टीम का हिस्सा थे, जिसने गोल्ड मेडल जीता था।