World Para Athletics Championships 2024:जापान के कोबे में भारतीय खिलाड़ी कमाल के साथ धमाल कर रहे हैं। विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2024 में रिकॉर्ड बना कर गोल्ड झोली में डाल रहे हैं। भारत के सचिन सर्जेराव खिलाड़ी ने बुधवार को विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में एशियाई रिकॉर्ड के साथ पुरुषों के शॉट पुट F46 वर्ग में अपने स्वर्ण पदक जीतकर पदक का बचाल किया। देश ने वैश्विक प्रतियोगिता में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। भारत के पास अब 11 पदक हैं, जिनमें से पांच स्वर्ण हैं। 2023 पेरिस में 10 (3 स्वर्ण, 4 रजत और 3 कांस्य) जीते थे।
2023 में पेरिस में तीन स्वर्ण समेत दस पदक जीते थे
सचिन ने 10 . 30 मीटर का थ्रो फेंककर 16 . 21 मीटर का अपना ही रिकॉर्ड बेहतर किया, जो उन्होंने पिछले साल पेरिस में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में बनाया था। पैरा एथलेटिक्स स्पर्धाओं में F46 श्रेणी उन लोगों के लिए है जिनकी एक या दोनों भुजाओं की गतिविधि मामूली रूप से प्रभावित है या जिनके हाथ-पैर नहीं हैं।
इन एथलीटों को कूल्हों और पैरों की ताकत से थ्रो करना होता है। महाराष्ट्र के सांगली जिले के रहने वाले सचिन स्कूली दिनों में एक दुर्घटना का शिकार हो गए थे जिससे उन्होंने कोहनी की मांसपेशियां गंवा दी। कई सर्जरी के बावजूद वह ठीक नहीं हो सके। सचिन ने स्वर्ण जीतने के बाद कहा ,‘मैं इसकी ही उम्मीद कर रहा था और मैं बहुत खुश हूं।
भारत पदक तालिका में तीसरे स्थान पर है
मैं पेरिस पैरालम्पिक के लिये क्वालीफाई कर चुका हूं और वहां भी स्वर्ण जीतने की कोशिश करूंगा।’ अभी टूर्नामेंट के तीन दिन बाकी है और कोच सत्यनारायण को पदक संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा ,‘हमें दो और स्वर्ण की उम्मीद है। पदकों की संख्या 17 तक जानी चाहिये।’ इससे पहले कल पैरालम्पिक चैम्पियन सुमित अंतिल ने एफ64 भालाफेंक में अपना स्वर्ण पदक बरकरार रखा था।
थंगावेलु मरियप्पन और एकता भयान ने भी स्वर्ण पदक जीते थे। चीन फिलहाल पदक तालिका में सबसे आगे है और उसके बाद ब्राजील है। भारत पदक तालिका में तीसरे स्थान पर है। सचिन ने कोबे से कहा, ''मैंने पेरिस ओलंपिक के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है और उम्मीद है कि मैं वहां भी स्वर्ण जीतूंगा।'अभी तीन दिन बाकी हैं, भारत के पास स्वर्ण सहित कुछ और पदक जीतने का मौका है और मुख्य कोच सत्यनारायण ने कहा कि वह काफी आशावादी हैं।
सत्यनारायण ने कहा, "हम दो और स्वर्ण पदक की उम्मीद कर रहे हैं और 17 पदक का आंकड़ा छूने की उम्मीद कर रहे हैं।" मंगलवार को, मौजूदा पैरालिंपिक चैंपियन सुमित अंतिल ने अपने F64 भाला फेंक विश्व खिताब का बचाव किया था, जबकि थंगावेलु मरियप्पन और एकता भ्याण ने भी अपने-अपने स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते, जिससे भारत तीसरे स्थान पर पहुंच गया।