World Para Athletic Championships 2024: किस्मत कब साथ दे दें। कोई नहीं जानता है। इंसान को हमेशा पॉजिटिव सोच से आगे बढ़ना चाहिए और लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना चाहिए। भारत में हरियाणा की रहने वाली एकता भयान की कहानी कुछ ऐसी है। मेहनत और लगन ने जापान के कोबे में इतिहास रच दिया और सोना जीतकर बाजी मार ली। एकता ने विश्व पैरा एथलेटिक चैंपियनशिप में महिलाओं की F51 क्लब थ्रो प्रतियोगिता में सीजन के सर्वश्रेष्ठ 20.12 मीटर के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया। एकता डॉक्टर बनना चाहती थी। लेकिन 2003 में एक सड़क दुर्घटना ने सारे सपने छीन लिये।
वह कैब में जा रही थी, जब दिल्ली-हरियाणा सीमा पर एक ट्रक उनकी कैब पर उलट गया। वह तब से व्हीलचेयर पर है। उस हादसे में छह अन्य छात्रों की मौत हो गई थी। इससे पहले दीप्ति जीवनजी ने महिलाओं की 400 मीटर टी20 श्रेणी की रेस में स्वर्ण पदक जीता था। एकता के स्वर्ण के अलावा कशिश लाकड़ा ने 14 . 56 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक जीता।
अल्जीरिया की नाजेत बूशेर्फ ने 12 . 70 मीटर के साथ कांस्य पदक हासिल किया। हरियाणा सिविल सेवा अधिकारी एकता ने एशियाई पैरा खेलों में कांस्य पदक जीता था। उन्होंने टोक्यो पैरालम्पिक 2020 के लिये भी क्वालीफाई किया था। भारत के अब दो स्वर्ण, तीन रजत और दो कांस्य पदक हो गए हैं। 38 वर्षीय एकता ने हरियाणा सरकार में एचसीएस अधिकारी के रूप में चयन के बाद खेल में कदम रखा।
जकार्ता में 2018 एशियाई पैरा खेलों में क्लब थ्रो स्पर्धा में स्वर्ण पदक भी जीता। उन्होंने टोक्यो 2020 पैरालिंपिक के लिए भी क्वालिफाई किया था। एकता मेडिकल स्ट्रीम में अपना करियर बनाना चाहती थीं लेकिन 2003 में एक दुखद दुर्घटना ने उनके सपने को तोड़ दिया। भारत की 4x400 मीटर मिश्रित रिले टीम ने नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया, एशियाई रिले चैंपियनशिप 2024 में स्वर्ण पदक जीता।