लंदन: भारत की टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने हार के साथ विंबलडन से विदा ली। मिक्स डबल्स के सेमीफाइनल में सानिया और क्रोएशिया की मेट पावीच की जोड़ी को ब्रिटेन की कुपस्की और अमेरिका की डेसिरे क्रासिक की जोड़ी ने हराया। सानिया मिर्जा का ये आखिरी विंबलडन मुकाबला था। अपने आखिरी मैच के बाद सानिया ने ट्विटर पर एक भावुक पोस्ट लिखा।
सानिया मिर्जा ने लिखा है...
"आंसू, मुकाबला और संघर्ष.. हमने जो भी काम किया है वह अंत में इसके लायक है। ये इस बार विंबलडन में शामिल होने के लिए नहीं था। विंबलडन बेहद शानदार है। पिछले बीस वर्षों में यहां खेलना और जीतना सम्मान की बात है। मैं आपको तब तक याद करूंगी जब तक हम दोबारा नहीं मिलते। "
विंबलडन ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से सानिया को टैग करके ट्वीट किया और लिखा, हमारे लिए सम्मान की बात है। हमारे 2015 महिला युगल चैंपियन को उनके अंतिम विंबलडन अभियान के बाद शुभकामनाएं।
35 साल की सानिया मिर्जा भारत की सबसे कुशल महिला टेनिस खिलाड़ी हैं। सानिया ने अब तक तीन मिक्स्ड डबल्स ट्रॉफी सहित छह ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं। सानिया मिक्स्ड डबल्स में करियर स्लैम पूरा करने का लक्ष्य बना रही थीं। बता दें कि किसी एक कैटेगरी में चार खिताब जीतने को करियर स्लैम कहा जाता है।
सेमीफाइनल में सानिया और पाविच ने पहला सेट जीतने के बाद दूसरे सेट में भी 4-2 की बढ़त बना ली थी, लेकिन अगले 6 में से 5 गेम हार गए। निर्णायक सेट में सानिया और पाविच ने अपने विरोधी की सर्विस तोड़ी, लेकिन ज्यादा देर दबाव बनाकर नहीं रख सके।
35 वर्षीय भारतीय स्टार ने मार्टिना हिंगिस की जोड़ी के साथ 2015 में मिक्स्ड डबल्स खिताब जीता था।