लाइव न्यूज़ :

प्रणय का विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचना पदक से कम नहीं

By भाषा | Updated: December 22, 2021 15:13 IST

Open in App

(अमित कुमार दास)

नयी दिल्ली, 22 दिसंबर भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणय के लिये विश्व चैंपियनशिप में क्वार्टर फाइनल में जगह बनाना सामान्य परिस्थितियों में ज्यादा मायने नहीं रखता, लेकिन पिछले तीन वर्षों में वह जिन स्थितियों से गुजरे हैं उसे देखते हुए यह उनके लिये पदक से कम नहीं है।

प्रणय एक साथ दो जंग लड़ रहे थे। एक कोर्ट पर प्रतिद्वंद्वी से और दूसरा अपने शरीर से। विश्व चैंपियनशिप 2018 के दौरान पता चला कि विश्व के पूर्व नंबर आठ खिलाड़ी प्रणय गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (पेट से जुड़ी एक बीमारी) से पीड़ित हैं।

उन्हें इस बीमारी से पार पाने में काफी समय लगा जिसका असर उनके अभ्यास और प्रदर्शन पर पड़ा।

वह अभी इससे उबरे ही थे कि नवंबर 2020 में वह कोरोना वायरस की चपेट में आ गये और फिर वह इस बीमारी के बाद के लक्षणों से जूझते रहे। इससे उनका खेल प्रभावित हुआ और उन्हें वैकल्पिक उपचार का सहारा लेने के लिये मजबूर होना पड़ा।

प्रणय ने पीटीआई से कहा, ‘‘कोविड के बाद मेरे फेफड़ों में सूजन आ गयी और मुझे लगातार खांसी हो रही थी। आप ऐसे में हर चीज को नजरअंदाज नहीं कर सकते जैसे कि मांसपेशियों से जुड़ी कोई चोट।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने लगातार दर्द झेला है। जब भी लंबी रैलियां होती हैं, जब आप हांफ रहे होते हैं तो आप अपनी मांसपेशियों पर जोर देने और हवा का प्रवाह बनाये रखने के लिये काम करते हैं। फेफड़े में दर्द से परेशानी होती थी।’’

प्रणय ने कहा, ‘‘फेफड़े में सूजन थी लेकिन दवा की सिफारिश नहीं की गयी थी, केवल प्राकृतिक उपचार ही रास्ता था। इसलिए मैंने सांस संबंधी व्यायाम किये, अपने आहार में बदलाव किये। मैं पेट की समस्या के कारण पहले से ही ऐसा कर रहा था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सांस से संबंधित व्यायाम से मदद मिली। इसने अंतर पैदा किया और मैं 30 से 40 प्रतिशत बेहतर हो गया। मैं बेहतर महसूस कर रहा हूं।’’

इसका असर उनके प्रदर्शन में देखने को मिला तथा उन्होंने डेनमार्क के ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसन पर मनोबल बढ़ाने वाली जीत दर्ज करके इंडोनेशिया मास्टर्स के क्वार्टर फाइनल में जगह बनायी थी।

प्रणय ने कहा, ‘‘मैंने सिंतबर से अलग अलग चीजें आजमाने की कोशिश की और मैं अपने खेल में और अपनी शारीरिक स्थिति के अन्य पहलुओं में अंतर देख सकता हूं। मैं अब लंबे मैच खेल सकता हूं।’’

विश्व चैंपियनशिप में प्रणय ने विश्व में नौवें नंबर के एनजी का लोंग एंगुस को हराया और फिर मलेशिया के डेरेन लियु और रासमस गेमके को पराजित किया। वह क्वार्टर फाइनल में सिंगापुर के लोह कीन ऐव से हार गये जो बाद में चैंपियन बने।

प्रणय ने कहा, ‘‘यह मुश्किल ड्रा था। मैंने शुरुआती कुछ दौर में अच्छे मैच खेले। निचले हॉफ में ड्रा कड़ा था और वहां से पदक जीतना आसान नहीं था लेकिन मैं क्वार्टर फाइनल तक पहुंचा और मुझे उस पर गर्व है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी योजना इंडिया ओपन और सैयद मोदी इंटरनेशनल में खेलने की है लेकिन मेरा मुख्य लक्ष्य पेरिस ओलंपिक 2024 है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेट14.20 करोड़ की बोली: कार्तिक शर्मा बने स्टार

विश्व7 सिस्टर्स को भारत से अलग कर देंगे: बांग्लादेश नेता की गीदड़ भभकी, असम के सीएम ने भी दिया करारा जवाब, VIDEO

क्रिकेटIPL 2026 Auction: कौन हैं औकिब नबी डार ? जम्मू और कश्मीर के ऑलराउंडर जिन्हें दिल्ली कैपिटल्स ने ₹8.40 करोड़ में खरीदा

क्रिकेटIPL 2026 Auction: कौन हैं 14.20 करोड़ में बिके कार्तिक शर्मा, CSK ने अनकैप्ड स्टार पर लगाया बड़ा दांव

क्राइम अलर्टविवाहिता से शादी की?, प्रेमी संदीप के माता-पिता और चार बहन ने मिलकर प्रेमिका ममता को काट डाला, खून से लथपथ शव और पास ही कुल्हाड़ी बरामद

अन्य खेल अधिक खबरें

अन्य खेलइंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन, आईबीए के साथ मिलकर भारतीय बॉक्सिंग को सशक्त बनाने की दिशा में करेगा काम

अन्य खेलLionel Messi In India: कोलकाता के बाद अब कहां जाएंगे लियोनेल मेस्सी? जानें फुटबॉल स्टार का अगला पढ़ाव

अन्य खेलLionel Messi's India Tour 2025: कोलकाता, हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली इवेंट के लिए पूरा शहर-वार शेड्यूल चेक करें

अन्य खेलFootball World Cup 2026: यूएस ने वीजा देने से किया इनकार, ईरान फुटबॉल वर्ल्ड कप के ड्रॉ का करेगा बहिष्कार

अन्य खेलराष्ट्रमंडल खेल 2030 : भारत की नई उड़ान!