कोलकाता, 21 जुलाई अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने बुधवार को वर्ष (2020-21) का सर्वश्रेष्ठ पुरुष फुटबॉलर चुने जाने वाले रक्षापंक्ति के वरिष्ठ खिलाड़ी संदेश झिंगान ने कहा कि राष्ट्रीय टीम की कोशिश 2023 में चीन में होने वाले एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करने की है।
भारत का 2022 विश्व कप क्वालीफायर में निराशाजनक प्रदर्शन किया लेकिन अपने ग्रुप में सात अंकों के साथ तीसरे स्थान पर आगे बढ़ाने में विफल रहा। टीम हालांकि अगले साल फरवरी से सितंबर तक होने वाली एशियाई कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में जगह बनाने में सफल रही।
संदेश ने एआईएफएफ द्वारा आयोजित ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ हमारा लक्ष्य चीन में होने वाले एशियाई कप के लिए क्वालीफाई करना है। हम इस बार और बेहतर करना चाहते हैं। इस एशियाई कप क्वालीफायर के लिए टीम में बहुत जोश, दृढ़ संकल्प, इच्छा शक्ति और उत्साह है।’’
भारत ने 2022 विश्व कप और 2023 एशियाई कप के संयुक्त क्वालीफिकेशन में अफगानिस्तान को 1-1 की ड्रॉ पर रोकने से पहले बांग्लादेश को 2-0 से हराया था। इससे पहले टीम ने एशियाई चैम्पियन कतर को गोलरहित ड्रॉ पर रोका था।
झिंगान से टीम के उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं करने के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘ मैं पहला व्यक्ति हूं जिसने खुद ही यह कहा कि हम अपनी क्षमता के अनुसार नहीं खेले। हमने हालांकि अपनी तरफ से पूरी कोशिश की लेकिन स्थिति वैसी नहीं हो सकी जैसी होनी चाहिए थी। मैं इसे बहाने के तौर पर इस्तेमाल नहीं कर रहा हूं। हमें बेहतर करना चाहिए था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ अब यह एशियाई क्वालीफायर में अच्छा प्रदर्शन करने और हर बार उस स्तर को ऊंचा करने के बारे में है। हम वास्तव में अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं और एशियाई कप खेलना चाहते हैं। हम पिछली बार की तुलना में काफी बेहतर करना चाहते हैं। हम ग्रुप से क्वालीफाई करने और नॉकआउट चरण खेलने की कोशिश करेंगे, अब यही योजना है।’’
एशियाई कप क्वालीफायर को ध्यान में रखते हुए, भारत के मुख्य कोच इगोर स्टिमक का अनुबंध सितंबर 2022 तक बढ़ा दिया गया है। उनके कोच रहते टीम का जीत का प्रतिशत सिर्फ 13.33 (15 मैचों में दो जीत और सात हार) है, जो टीम के पूर्व कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन के रिकॉर्ड से काफी बुरा है।
झिंगान ने हालांकि कोच का बचाव करते हुए कहा, ‘‘ वह (स्टिमैक) विश्व कप, प्रीमियर लीग जैसे उच्चतम स्तर पर खेले हैं। ऐसे में उनके आस-पास रहना सीखने की प्रक्रिया है। उन्होंने मेरी बहुत मदद की और मैं वास्तव में राष्ट्रीय टीम के कोच से काफी खुश हूं।
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