चेन्नई, 11 जुलाई चेन्नइयिन एफसी के नये गोलकीपर देवजीत मजूमदार का मानना है कि इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के अगले सत्र से मैदान पर अधिक भारतीय खिलाड़ियों की मौजूदगी से राष्ट्रीय टीम के कोच को चयन के लिए ज्यादा विकल्प मिलेंगे।
आईएसएल के 2021-22 सत्र के नये दिशानिर्देशों के अनुसार, क्लबों को एक बार में कम से कम सात भारतीय फुटबॉल खिलाड़ियों को मैदान पर उतारना होगा। पहले यह संख्या छह थी।
आईएसएल से जारी विज्ञप्ति में मजूमदार ने कहा, ‘‘ यह एक शानदार निर्णय है। भारतीय टीम और उसके कोचों के लिए भी यह काफी मददगार होगा क्योंकि वे टीम का चयन करने से पहले विभिन्न स्थानों के लिए अधिक भारतीय खिलाड़ियों को परख सकेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इससे भारतीय फुटबॉलरों को बड़े मंच पर खुद को साबित करने का अधिक मौका मिलेगा। यह युवा खिलाड़ियों को भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा।
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