छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरी कॉम ने 51 किलोग्राम वर्ग में निकहत जरीन को 9-1 से हराकर चीन में अगले साल होने वाले ओलंपिक क्वालिफायर के लिए भारतीय टीम में जगह बनाई। इस मुकाबले में मैरी कॉम ने बहुत दमदार मुक्के जमाकर स्पष्ट अंक हासिल किए और जीत हासिल की। मुकाबले में जीत के बाद मैरी कॉम ने विरोधी निकहत को मात देने के बाद हाथ नहीं मिलाया था।
मैच के बाद जब मैरी कॉम से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मुझे उनसे हाथ क्यों मिलाना चाहिए? अगर वह चाहती है कि दूसरे उनका सम्मान करें तो उन्हें पहले दूसरों का सम्मान करना चाहिए। मुझे ऐसे स्वभाव वाले लोग पसंद नहीं हैं। बस रिंग के अंदर अपनी बात साबित करें, बाहर नहीं।'
ओलंपिक क्वालिफायर के लिए चयन नीति पर भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के ढुलमुल रवैये के बाद निकहत जरीन ने कुछ हफ्ते पहले छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरी कॉम के खिलाफ ट्रायल की मांग कर हंगामा खड़ा कर दिया था। राज्यसभा सदस्य मैरी कॉम ने कहा था कि वह बीएफआई की नीति का पालन करेंगी, जिसने अंत में ट्रायल्स कराने का फैसला किया।