भारत की उभरती हुई निशानेबाज हरियाणा की मनु भाकर ने शुक्रवार को एक के एक बाद ट्वीट कर राज्य सरकार और हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज पर जमकर निशाना साधा। मनु ने अनिल विज से पूछा कि क्या उन्हें यूथ ओलंपिक-2018 में गोल्ड मेडल जीतने के बाद सरकार के पहले के वादे के अनुसार 2 करोड़ रुपये मिलेंगे या फिर ये कोई जुमला था।
भाकर ने 2018 में अक्टूबर में ब्यूनस आयर्स में हुए यूथ ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था। यूथ ओलंपिक के फाइनल में भाकर ने 236.5 अंक हासिल किया और इस इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय शूटर बनीं। भाकर ने अनिल विज के अक्टूबर-2018 के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, 'सर प्लीज बताइये, ये सही है या नहीं...या फिर केवल जुमला है'
इस ट्वीट से पहले 16 साल की भाकर ने शुक्रवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, अनिल विज, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को टैग करते हुए लिखा, 'कोई हरियाणा में यूथ ओलंपिक के कैश प्राइज से खेल रहा है। क्या ये खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए है या उन्हें निराश करने के लिए, क्या सही है..'
बता दें कि पिछले साल यूथ ओलंपिक से पहले हरियाणा सरकार ने बदली हुई रणनीति के तहत गोल्ड मेडल जीतने वाले एथलीट को 2 करोड़, सिल्वर मेडल के लिए 1.25 करोड़ और ब्रॉन्ज जीतने वालों को 80 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की थी। इससे पहले यूथ ओलंपिक खेलों में मेडल जीतने वालों को क्रमश: 10 लाख, 7.5 लाख और 5 लाख रुपये दिये जाते थे।
हालांकि, पिछले दिसंबर में हरियाणा सरकार ने एक बार फिर नीति बदली और इनामी राशि को घटाकर 1 करोड़, 65 लाख और 40 लाख रुपये कर दिया।
भाकर ने पिछले साल यूथ ओलंपिक, आईएसएसएफ वर्ल्ड कप और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। टोक्यो ओलंपिक (2020) को देखते हुए पिछले महीने भाकर को टार्गेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) के तहत 16 शीर्ष निशानेबाजों में भी शामिल किया गया। इस योजना के तहत चुने गये एथलीट को सरकार की ओर से तैयारी के लिए हर महीने 50, 000 रुपये मुहैया कराये जाते हैं।