Tokyo 2020 javelin final: भाला फेंक के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा की ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने की एतिहासिक उपलब्धि को विश्व एथलेटिक्स ने टोक्यो में ट्रैक एवं फील्ड के 10 जादुई पलों में शामिल किया है। तेईस वर्षीय चोपड़ा ने शनिवार को 87.58 मीटर भाला फेंककर देश को एथलेटिक्स में पहला ओलंपिक पदक दिलाया था।
वह ओलंपिक खेलों में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। विश्व एथलेटिक्स की वेबसाइट के अनुसार, ‘‘इस खेल को बेहद करीब से जानने वाले ही ओलंपिक खेलों से पहले नीरज चोपड़ा के बारे में जानते थे लेकिन टोक्यो में भाला फेंक की जीत तथा ओलंपिक इतिहास में भारत का एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण पदक विजेता बनने के बाद चोपड़ा का नाम हर किसी की जुबान पर चढ़ गया।’’
32 लाख फालोअर्स हो गये
विश्व एथलेटिक्स ने कहा कि ओलंपिक से पहले चोपड़ा के इंस्टाग्राम पर 143,000 फालोअर्स थे लेकिन अब उनके 32 लाख फालोअर्स हो गये हैं। इससे वह विश्व में ट्रैक एवं फील्ड के ऐसे एथलीट बन गये हैं जिनके सबसे अधिक फालोअर्स हैं। जिम्नास्ट की दिग्गज नादिया कोमानेची उन पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्होंने ट्विटर पर चोपड़ा को बधाई दी।
टोक्यो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने कहा कि वह इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे थे कि 7 अगस्त को पुरुषों की भाला फाइनल स्पर्धा में उनके प्रतियोगी कैसा प्रदर्शन कर रहे थे और उन्हें केवल अपने खुद के थ्रो के बारे में चिंतित था।
जोहान्स वेटर नीरज चोपड़ा के सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी थे और उन्हें स्वर्ण पदक जीतने के लिए सबसे पसंदीदा माना जाता था, जिन्होंने 2021 में 7 मौकों पर 90 से अधिक बार फेंका था। लेकिन टोक्यो में वेटर ने लगातार 85 मीटर-मार्क हिट करने के लिए संघर्ष किया।
वेटर जिनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 97.76 मीटर है, शनिवार को 12-सदस्यीय फाइनल के शीर्ष 8 में जगह बनाने में विफल रहे। जोहान्स वेटर के बारे में बात करते हुए 23 वर्षीय नीरज ने कहा कि भाला स्टार फाइनल में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर नहीं था और यहां तक कि उसकी बॉडी लैंग्वेज भी अच्छी नहीं लग रही थी।