नई दिल्ली, 10 मई: गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में उम्दा प्रदर्शन करने वाले ट्रैक और फील्ड, निशानेबाजी और वेटलिफ्टिंग के छह खिलाड़ियों को खेल मंत्रालय की महत्वाकांक्षी टारगेट ओलंपिक पोडियम योजना में जगह दी गई है जबकि अपने करियर में पहली बार इन खेलों से पदक के बिना लौटे ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज गगन नारंग समेत 12 खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया है।
भारतीय खेल प्राधिकरण की विज्ञप्ति के अनुसार मिशन ओलंपिक सेल की बुधवार को हुई बैठक में टारगेट ओलंपिक पोडियम (टाप्स) में शामिल खिलाड़ियों के प्रदर्शन की भी समीक्षा की गई। बताया गया कि पिछले खराब प्रदर्शन और फिटनेस के मसले को देखते हुए नारंग समेत 12 खिलाड़ियों को बाहर करने का फैसला लिया गया। वहीं चक्का फेंक खिलाड़ी सीमा पूनिया समेत ट्रैक और फील्ड, निशानेबाजी और वेटलिफ्टिंग से छह नए खिलाड़ियों को जोड़ा गया है।
इसके साथ ही जिन दो भारोत्तोलकों को इसमें 2018 राष्ट्रमंडल खेलों तक ही रखा गया था, उन्हें इसमें फिर शामिल किया गया है।
लंदन ओलंपिक कांस्य पदक विजेता नारंग ने 2006 और 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में चार-चार स्वर्ण जीते जबकि मेलबर्न में 2014 खेलों में एक रजत और एक कांस्य जीता लेकिन गोल्ड कोस्ट में पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में निराशाजनक सातवें स्थान पर रहे। नारंग के अलावा शूटर हरवीन सराओ, पूजा घाटकर, मेघना सजनार, सत्येंद्र सिंह, ओमकार सिंह, प्रकाश ननजप्पा, वेटलिफ्टर रागला वी राहुल, पूनम यादव और सतीश शिवालिंगम और 20 मीटर वाकर के गणपति को इस लिस्ट में जगह नहीं मिली है।
गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाली 35 बरस की सीमा पूनिया को टाप्स में शामिल करने का फैसला किया गया है। तीन बार की ओलंपियन सीमा ने इंचन एशियाई खेल 2014 में भी स्वर्ण पदक जीता था जबकि 2006 से 2018 तक राष्ट्रमंडल खेलों में तीन रजत और एक कांस्य भी अपने नाम किया है। गोल्ड कोस्ट में चक्काफेंक में कांस्य पदक जीतने वाली नवजीत कौर ढिल्लों को भी पूनिया के साथ टाप्स में जगह मिली है।