सुनहरे अतीत के साक्षी रहे पूर्व खिलाड़ियों ने कहा , भारतीय हॉकी के नये युग का उदय

By भाषा | Updated: August 5, 2021 13:57 IST2021-08-05T13:57:18+5:302021-08-05T13:57:18+5:30

Former players who were witness to the golden past said, the rise of a new era of Indian hockey | सुनहरे अतीत के साक्षी रहे पूर्व खिलाड़ियों ने कहा , भारतीय हॉकी के नये युग का उदय

सुनहरे अतीत के साक्षी रहे पूर्व खिलाड़ियों ने कहा , भारतीय हॉकी के नये युग का उदय

नयी दिल्ली, पांच अगस्त भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने तोक्यो में जर्मनी को हराकर 41 साल बाद कांस्य पदक जीता तो अतीत के सुनहरे दौर के साक्षी रहे पूर्व खिलाड़ियों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे और जज्बात का मानों सैलाब उमड़ पड़ा ।

विश्व कप 1975 जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान रहे अजितपाल सिंह ने कहा ,‘‘ मैं भारतीय हॉकी के लिये बहुत खुश हूं क्योंकि एक समय पर लोग कहने लगे थे कि भारतीय हॉकी आईसीयू में है । अब हमने एक नया सवेरा देखा है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘यह हॉकीप्रेमियों के लिये सुनहरा पल है ।हॉकी ने फिर खुशियां दी है । मेरी आंखों में आंसू है । हम वहां पहुंच गए जहां कभी हुआ करते थे ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ इसके लिये कड़ी मेहनत है और काफी पैसा लगाया गया है । रियो में हम 12वें स्थान पर थे और वहां से हमने वापसी की । उम्मीद है कि यह आगे भी जारी रहेगा ।’’

मॉस्को में 1980 में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम के सदस्य रहे जफर इकबाल नेक हा कि मैच के आखिरी चंद मिनटों में उनका दिल तेजी से धड़क रहा था ।

उन्होंने कहा ,‘‘ जब जर्मनी जवाबी हमले कर रहा था तब मेरा दिल बहुत तेजी से धड़क रहा था । लेकिन इतिहास बन गया । हमने मिथक तोड़ दिये । यह चमत्कार है । इसका खेल पर बड़ा असर होगा । इससे देश में खेल का पुनरोद्धार होगा । यह नया सवेरा और नयी शुरूआत है ।’’

भारत के पूर्व कोच हरेंद्र सिंह अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सके । इस टीम को बनाने में उनकी बड़ी भूमिका है क्योंकि 2016 जूनियर विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के कई सदस्य इस टीम का हिस्सा थे ।

उन्होंने कहा ,‘‘ मैं कोच ग्राहम रीड को सलाम करता हूं ।मैं हमेशा से कहता आया हूं कि युवाओं पर भरोसा रखो ।वे आपको पदक दिलायेंगे और आज हमने नतीजा देखा । मुझे खुशी है कि भारत के लिये गोल करने वाले 10 खिलाड़ियों में से नो 2016 कोर ग्रुप के हैं ।’’

भारत के पूर्व कप्तान वीरेन रासकिन्हा ने कहा ,‘‘ यह बरसों का सपना था । अब हमें अगले कदम के बारे में सोचना है । इस पदक के भारतीय हॉकी और हॉकीप्रेमियों के लिये बहुत मायने हैं।

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Web Title: Former players who were witness to the golden past said, the rise of a new era of Indian hockey

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