CWG 2018: विकास ठाकुर का भारत लौटने से पहले कराया गया था डोप टेस्ट
By भाषा | Updated: April 13, 2018 15:30 IST2018-04-13T15:26:46+5:302018-04-13T15:30:07+5:30
ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में पुरूषों के 94 किग्रा वर्ग में सिल्वर मेडल जीतने वाला यह खिलाड़ी 11 अप्रैल को अपनी टीम के साथ देश के लिए रवाना होने वाला था।

Vikas Thakur
गोल्ड कोस्ट, 13 अप्रैल: मौजूदा कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले भारतीय वेटलिफ्टर विकास ठाकुर की यहां से भारत वापसी के दिन संदेह के आधार पर तलाशी ली गयी और डोप टेस्ट किया गया। संदेह का कारण स्पष्ट नहीं किया गया।
ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में पुरूषों के 94 किग्रा वर्ग में सिल्वर मेडल जीतने वाला यह खिलाड़ी 11 अप्रैल को अपनी टीम के साथ देश के लिए रवाना होने वाला था। वह रवाना हुए लेकिन उससे पहले अस्पष्ट संदेह के आधार पर राष्ट्रमंडल खेल महासंघ ने आखिरी क्षण में उनकी जांच की। टीम के महाप्रबंधक नामदेव शिरगांवकर ने ताजा नीडल विवाद को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए यह खुलासा किया।
उन्होंने कहा, 'उन्होंने तीन खिलाड़ियों को लेकर जाने का अनुरोध किया था। एक और खिलाड़ी, विकास ठाकुर को बुलाया गया। हम उन्हें चिकित्सा आयोग के पास ले गए। ठाकुर के बैग की तलाशी ली गयी। उनका डोप टेस्ट किया गया। उन्होंने चिकित्सा आयोग के सभी सवालों के जवाब दिए, उनके बैग में कुछ नहीं पाया गया और वह डोप टेस्ट में पाक साफ निकले।'
शिरगांवकर ने कहा, 'वह घर के लिए निकल रहे थे लेकिन बदकिस्मती से हमें बताया गया कि उन्हें चिकित्सा आयोग के पास लेकर जाना चाहिए। उसके बाद उन्हें मंजूरी दे दी गयी और वे लौट गए।' ठाकुर का डोपिंग से जुड़ा कोई इतिहास नहीं है। (और पढ़ें- CWG 2018: दो भारतीय एथलीटों की मान्यता रद्द, कमरे से बरामद हुई थी 'सूई')