एशियन पैरा गेम्स: दिल्ली के नारायण ठाकुर ने भारत को दिलाया छठा गोल्ड, चौंकाने वाली है इस एथलीट के संघर्ष की कहानी
By विनीत कुमार | Published: October 9, 2018 07:26 PM2018-10-09T19:26:33+5:302018-10-09T19:40:04+5:30
Asian Para Games 2018(एशियन पैरा गेम्स): नारायण ठाकुर अपने परिवार समेत दिल्ली के समयपुर बादली में रहते हैं। केवल 13 साल की उम्र में पिता को खोने वाले नारायण के लिए बचपन बेहद संघर्षों में बीता।
नई दिल्ली, 9 अक्टूबर: इंडोनेशिया में जारी एशियन पैरा-गेम्स के पुरुषों के 100 मीटर टी35 स्पर्धा में भारत के नारायण ठाकुर ने मंगलवार को गोल्ड मेडल जीत लिया। दिल्ली के रहने वाले नारायण ने लेन नंबर-5 में दौड़ते हुए 14.02 सेकेंड का समय निकाला। स्पर्धा का सिल्वर मेडल सउदी अरब के अहमद अदावी (14.40 सेकेंड) ने जीता।
टी 35 वर्ग में कॉऑर्डनेशन में कमी (हाइपरटोनिया, एटैक्सिया और एथेटोसिस) वाले खिलाड़ी आते है। पैरा एशियन गेम्स-2018 में भारत की झोली में ये छठा गोल्ड मेडल है और वह 9 सिल्वर सहित 13 ब्रॉन्ज के साथ मेडल टैली में फिलहाल 9वें स्थान पर है। भारत ने अब तक कुल 28 मेडल जीते हैं। मेडल टैली में चीन 73 गोल्ड, 32 सिल्वर और 29 ब्रॉन्ज के साथ शीर्ष पर है।
नारायण ठाकुर अपने परिवार समेत दिल्ली के समयपुर बादली में रहते हैं। केवल 13 साल की उम्र में पिता को खोने वाले नारायण के लिए बचपन बेहद संघर्षों में बीता और उन्होंने होटल में काम करने से लेकर डीटीसी डिपो में बसों में सफाई तक का काम किया। (नारायण ठाकुर ने कैसे की पैरा एशियन गेम्स की तैयारी, यहां पढ़िए लोकमत न्यूज से उनकी खास बातचीत)
भारत को इन खेलों में पैरा एथलेटिक्स से 4 गोल्ड मेडल जबकि पैरा स्विमिंग और शूटिंग से भी एक-एक गोल्ड मेडल आये हैं।