एशियन गेम्स: दुष्यंत का कमाल का जज्बा, थकान से फिनिश लाइन के पास गिर पड़े, फिर भी दिलाया देश को मेडल
By अभिषेक पाण्डेय | Published: August 24, 2018 10:33 AM2018-08-24T10:33:14+5:302018-08-24T10:33:14+5:30
Dushyant: भारत के दुष्यंत ने रोइंग में कमाल करते हुए दिलाया देश को छठे दिन का पहला मेडल, थकान के कारण स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ा
जकार्ता, 24 अगस्त: दुष्यंत सिंह ने 18वें एशियन गेम्स के छठे दिन शुक्रवार को भारत का मेडल खाता खोलते हुए रोइंग (नौकायन) में ब्रॉन्ज मेडल जीता। दुष्यंत ने पुरुषों के लाइटवेट सिंगल स्कल्स में 7 मिनट 18.76 सेकेंड का समय निकालते हुए भारत को छठे दिन का पहला मेडल दिलाया।
दुष्यंत के लिए देश को ये मेडल दिलाना आसान नहीं रहा और हाई ब्लड प्रेशर और थकान की वजह से उनकी हालत इतनी खराब थी कि वह फिनिश लाइन पर गिर पड़े। दुष्यंत की स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि वह मेडल लेने के लिए पोडियम पर भी खड़े नहीं पाए और तुरंत ही उन्हें स्ट्रेचर से ले जाना पड़ा और ग्लूकोज के ड्रिप लगाने पड़े।
2014 में इंचियोन एशियन गेम्स में भी रोइंग का ब्रॉन्ज जीतने वाले दुष्यंत ने इस खेल में अपना करियर 2012 में रुड़की आर्मी ट्रेनिंग कैंप से शुरू किया था। उन्हें 2013 में नेशनल चैंपियनशिप के दौरान सर्वश्रेष्ठ रोवर घोषित किया गया था।
What does it take to win a medal at the Asian Games? Dushyant Singh stuck it out through high BP to win India’s first bronze in rowing. He threw up at the prize ceremony and had to be stretchered out afterwords.@jon_selvaraj
— India 🇮🇳 at Asian Games 2018 (@India_AG2018) August 24, 2018
pic.twitter.com/R8fXDCixiK
हरियाणा के झज्जर से आने वाले 25 वर्षीय दुष्यंत सेना में हैं। लेकिन पिछले कई सालों से वह आर्मी के पुणे स्थित सेंटर में ट्रेनिंग ले रहे हैं। उन्होंने 2017 में सीनियर रोइंग नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा उन्होंने 2015 में थाईलैंड में हुई एशियन इंडोर रोइंग चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीता था।
हरियाणा के किसान के बेटे दुष्यंत ने सेना में बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप से जुड़ते हुए 2012 में रोइंग खेलना शुरू किया था। दो साल के अंदर ही दुष्यंत ने 2014 के इंचियोन एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया और ब्रॉन्ज मेडल जीता।
दुष्यंत को सेना द्वारा 2016 रियो ओलंपिक के देश के चार सबसे बेहतरीन रोवर्स में से चुना गया था लेकिन चिकन पॉक्स होने के कारण वह इन खेलों में हिस्सा नहीं ले सके।