Navi Mumbai Shocker: नवजात को जन्म देते ही नाबालिग की मौत, जीरो FIR दर्ज
By अंजली चौहान | Updated: July 24, 2024 15:53 IST2024-07-24T15:48:59+5:302024-07-24T15:53:13+5:30
Navi Mumbai Shocker:नवी मुंबई में लड़की को गर्भवती करने और समय से पहले प्रसव पीड़ा के कारण मौत का कारण बनने के आरोप में 23 वर्षीय प्रेमी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

Navi Mumbai Shocker: नवजात को जन्म देते ही नाबालिग की मौत, जीरो FIR दर्ज
Navi Mumbai Shocker: महाराष्ट्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। वाशी पुलिस के अनुसार, एक नाबालिग लड़की ने नवजात बच्चे को जन्म दिया और इस दौरान लड़की की मौत हो गई।
हैरान करने वाला मामला जैसे ही इलाके में फैला चारों तरफ सनसनी मच गई। फौरन मामले की सूचना पुलिस को दी गई जिसने लड़की के परिजनों से पूछताछ शुरू कर दी है और आगे की जांच की जा रही है।
बताया जा रहा है कि रायगढ़ जिले के श्रीवर्धन की रहने वाली लड़की वाशी में पढ़ाई करने के लिए रहती थी। वह मई के महीने में अपनी मां और दो छोटे भाइयों के साथ अपने पिता के पास रहने के लिए वाशी आई थी। स्कूल खुलने के बाद जून में उसकी मां और भाई-बहन श्रीवर्धन लौट आए, जबकि बारहवीं कक्षा पास लड़की ने वाशी में अपने पिता के साथ रहने का फैसला किया। पिता मुंबई में कारीगर के रूप में काम करते थे।
19 जुलाई को जब लड़की के पिता ने उसे फोन किया तो लड़की ने उसका कोई जवाब नहीं दिया। कई बार फोन लगाने के बाद भी बेटी के जवाब न देने पर काम पर गए पिता ने पड़ोसी को फोन करके लड़की का हालचाल पूछा। पड़ोसी ने कुछ महिलाओं के साथ दरवाजा खोला और घर में घुसे तो देखा कि लड़की बाथरूम के फर्श पर बेसुध पड़ी है और उसके पैरों के बीच एक नवजात शिशु लेटा हुआ है।
पड़ोसियों में से एक ने बताया कि उनके साथ एक महिला थी जो दूध पिलाने में माहिर थी और उसने गर्भनाल को काटा और फिर बच्चे की पीठ थपथपाई जिसके बाद बच्चा रोने लगा। लड़की और बच्चे दोनों को वाशी जनरल अस्पताल ले जाया गया, जहां लड़की को मृत घोषित कर दिया गया और बच्चे का वजन मात्र 2 किलो था, जिसका इलाज चल रहा था। 21 जुलाई को बच्चे की भी मौत हो गई।
इस दौरान परिवार और पड़ोसियों ने दावा किया कि किसी को भी उसकी गर्भावस्था के बारे में पता नहीं था और न ही वह गर्भवती जैसी दिखती थी। डॉक्टरों ने बताया है कि बच्चे का जन्म समय से पहले हुआ और ऑक्सीजन की कमी के कारण उसकी मौत हो गई, जो बच्चे को जन्म के तुरंत बाद मिलनी चाहिए थी।
वाशी पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "चूंकि लड़की सुबह से ही फोन नहीं उठा रही थी, इसलिए हमें संदेह है कि प्रसव सुबह 11 बजे के आसपास हुआ होगा और मौत की सूचना शाम 4 बजे ही मिली।"
घटना के बाद, माँ और उसके भाई-बहन भी वाशी आ गए। मां ने पुलिस पूछताछ में कहा कि माँ ने अपनी गर्भावस्था के बारे में जानने से इनकार किया है लेकिन उसने हमें श्रीवर्धन में अपने एक संबंध के बारे में बताया। माँ ने दावा किया है कि वह अपनी बेटी को वाशी इसलिए लाई थी ताकि वह कहीं नौकरी कर सके, क्योंकि वे उसे आगे की पढ़ाई कराने के लिए आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं। बारहवीं कक्षा के बाद, वह कंप्यूटर कोर्स करने गई थी और उसी समय उसका 23 साल के एक व्यक्ति के साथ संबंध हो गया। माँ को नहीं पता कि वह व्यक्ति नौकरी करता था या नहीं।
मृतका जो इसी साल जून में 18 साल की हुई है का पहले से एक शख्स के साथ संबंध था और परिवार को संदेह है कि उसी के साथ संबंध के बाद नाबालिग गर्भवती हो गई थी।
परिवार के आरोपों को देखते हुए पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर ली है और आगे की जांच और आरोपी और पैदा हुए बच्चे के डीएनए परीक्षण के लिए मामले को श्रीवर्धन पुलिस को सौंप दिया जाएगा। आरोपी पर भारतीय न्याय संहिता और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।