50 हजार रुपये में जीपीओ में ऑपरेटर की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, नियुक्ति पत्र लेकर पहुंचे उम्मीदवार तो हुआ खुलासा
By वसीम क़ुरैशी | Published: March 4, 2021 07:50 AM2021-03-04T07:50:55+5:302021-03-04T07:55:46+5:30
नागपुर के जीपीओ में ठकी का मामला सामने आने के बाद विभाग के भीतर भी संदेह के साथ इस बात की तलाश की जा रही है कि ऐसे रैकेट के साथ कोई अंदर का आदमी मिला हुआ तो नहीं है।
नागपुर: शहर के मुख्य डाकघर यानी जीपीओ में एक गिरोह द्वारा 50 हजार रुपये लेकर युवाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देने की बात सामने आई है. मामला का खुलासा तब हुआ जब बुधवार को सुबह तीन उम्मीदवार ब्रांच सर्विस ऑपरेटर पद की नियुक्ति पत्र लेकर वहां पहुंचे।
उल्लेखनीय है कि डाक विभाग में किसी तरह की भर्ती नहीं हो रही है। यहां सर्विस ऑपरेटर नाम का कोई पद भी नहीं है। जीपीओ के अधिकारियों ने जब इस मामले की जानकारी ली तो पता चला कि परिसर में करीब 20-22 युवाओं के बकायदा इंटरव्यू लिए गए थे।
बुधवार की सुबह जब जीपीओ कार्यालय खुला तो तीन युवा नियुक्ति पत्र लेकर पहुंच गए। अधिकारियों ने उन्हें समझाया कि इस तरह का कोई पद न तो उनके विभाग में है और न ही कोई नियुक्तियां निकाली गई थी।
इस पर युवाओं ने बताया कि विभागीय आयुक्त कार्यालय के बगीचे में उन जैसे और भी कुछ युवाओं के इंटरव्यू इस पद के लिए हुए हैं।
50 हजार रुपये ठगी की बात भी आई सामने
इस नियुक्ति के बदले में 50 हजार रुपये दिए जाने की जानकारी भी उन्होंने जीपीओ अधिकारियों को दी। पता चला है कि ठगों का गिरोह तीन बड़ी गाड़ियों में सिविल लाइंस परिसर में पहुंचा।
इनमें से दो गाड़ियां मुंबई के प्लेट वाली थीं। ठगों के उतरने के साथ ही कुछ तत्व वहां आ पहुंचे और उन्होंने गाड़ियों से उतरने वालों के पैर छुए और नौकरी लग जाने के प्रति आभार भी जताया।
इसके बाद गिरोह की कुछ गाड़ियां जीपीओ परिसर में दाखिल हो गईं। इसके पहले ठगों से कोई पूछताछ कर पाते, वे वहां से नौ दो ग्यारह हो गए।
बताया गया है कि इससे पहले सिविल लाइंस स्थित एक निजी बैंक के सामने इंटरव्यू लेना तय किया गया था लेकिन कुछ देर बाद ही जगह बदल दी गई और जीपीओ कार्यालय के सामने स्थित विभागीय आयुक्त कार्यालय के बगीचे में साक्षात्कार लिए गए।
जानकारी मिली है कि उम्मीदवारों का एक इंटरव्यू 11 बजे, दूसरा 2 बजे और तीसरा 4 बजे निर्धारित किया गया था।
विभाग को लग चुकी थी भनक
महकमे के लोगों को मंगलवार शाम 4.30 बजे एक फोन कॉल के जरिए इसकी भनक लगी थी। इसलिए पहले सारी हकीकत जानने के लिए तैयारी की गई।
ठगे गए उम्मीदवारों से चर्चा भी की गई लेकिन किसी ने भी अपनी आपबीती लिखकर नहीं दी।
डाक विभाग में भर्ती को लेकर बकायदा इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर सूचना जारी की जाती है। वर्तमान में ऐसी कोई भर्ती की सूचना ही नहीं है। वहीं बताया गया कि जीपीओ में कथित ठगे गए उम्मीदवार पहुंचे थे।
उनमें से कई उच्च शिक्षित थे। बताया गया है कि 24 घंटे बाद पुलिस में जीपीओ के अधिकारियों द्वारा इस मामले की शिकायत दर्ज कराई गई।