लोकसभा चुनाव 2019: राहुल गांधी की रैली से पहले विखे पाटिल ने दिया नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा, मनाने की कोशिशें हुई तेज
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: April 26, 2019 07:56 IST2019-04-26T07:53:13+5:302019-04-26T07:56:57+5:30
माना जा रहा है कि कल संगमनेर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा के पहले उनका इस्तीफा मंजूर किया गया है, क्योंकि उन पर बेटे के पक्ष में गोपनीय प्रचार करने के अलावा शिरडी में युति उम्मीदवार के पक्ष में खुलेआम प्रचार करने का आरोप लग रहा था.

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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने आज यहां प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि विखे पाटिल ने महीनेभर पहले ही उन्हें विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा सौंप दिया था. लेकिन, इस बारे में फैसला विधानमंडल के वर्षाकालीन अधिवेशन के दौरान होगा. अब भी वे पार्टी में ही हैं.
माना जा रहा है कि कल संगमनेर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा के पहले उनका इस्तीफा मंजूर किया गया है, क्योंकि उन पर बेटे के पक्ष में गोपनीय प्रचार करने के अलावा शिरडी में युति उम्मीदवार के पक्ष में खुलेआम प्रचार करने का आरोप लग रहा था.
चव्हाण ने कहा, ''विखे पाटिल के खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायतें हैं. लेकिन, वे पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. जांच के बाद रिपोर्ट हाईकमान को भेजी जाएगी. तब फैसला होगा. फिलहाल वे कांग्रेस में ही हैं. मेरे सहयोगी और पारिवारिक मित्र होने की वजह से मेरी उनके साथ रोजाना फोन पर बात होती है. उनका मन बदलने की कोशिश जारी है कि वे पार्टी छोड़कर नहीं जाएं और शिरडी में कांग्रेस के प्रचार में सक्रिय हों.
इससे उनके खिलाफ शिकायत हल करने में मदद मिलेगी.'' चव्हाण ने कहा, ''संगमनेर में राहुल गांधी आ रहे हैं. कोशिश की जा रही है कि विखे पाटिल इस मौके पर मंच पर रहें.'' उन्होंने बताया, ''करण ससाणे ने अहमदनगर जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसे तत्काल मंजूर करके जिला कार्यकारिणी भंग कर दी गई है. जल्द ही नई कार्यकारिणी घोषित की जाएगी.''