महाराष्ट्र चुनावः रालेगांव में इन दो दिग्गज नेताओं के बीच है सीधी टक्कर, जानिए सीट का इतिहास
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: October 16, 2019 07:11 AM2019-10-16T07:11:39+5:302019-10-16T07:11:39+5:30
रालेगांव विधानसभा सीटः 2014 में वे पहली बार भाजपा की टिकट पर चुन कर आए. उन्हें तीन माह पूर्व कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. प्रा. वसंत पुरके यहां से 1995, 1999, 2004 और 2009 में चार बार विधायक बने.
रालेगांव विधानसभा आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र में राज्य के आदिवासी विकास मंत्री प्राचार्य डॉ. अशोक उईके और पूर्व शिक्षा मंत्री प्रा. वसंत पुरके के बीच सीधी टक्कर हो रही है. अशोक उईके ने 2004 में शिवसेना, 2009 में रालेगांव विकास आघाड़ी की ओर से निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था, पर चुनाव हार गए थे.
2014 में वे पहली बार भाजपा की टिकट पर चुन कर आए. उन्हें तीन माह पूर्व कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. प्रा. वसंत पुरके यहां से 1995, 1999, 2004 और 2009 में चार बार विधायक बने. उन्होंने भी अपने राजनीतिक कैरियर में मंत्री, विधानसभा उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया.
कांग्रेस की ओर से कुल 12 लोगों ने उम्मीदवारी मांगी थी पर हाईकमान ने पुरके को ही पसंद किया. भाजपा एवं कांग्रेस दोनों में वर्तमान प्रत्याशियों को लेकर असंतोष तो है पर दोनों अपने दलगत विरोधियों को किस प्रकार संभालते हैं, उस पर सभी का ध्यान लगा हुआ है.
हालांकि दोनों प्रमुख उम्मीदवारों के पास कार्यकर्ताओं की कमी नहीं है. आगामी दस दिनों में दोनों उम्मीदवार मतदाताओं तक अपनी बात कैसे पहुंचाते हैं, इस पर ही हार-जीत तय होगी.
इसके अलावा यहां से प्रहार जनशक्ति पक्ष, वंचित बहुजन आघाड़ी, बीएसपी, बहुजन मुक्ति मोर्चा, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी आदि ने भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं.