महाराष्ट्र: आसमान से कहर बनकर गिरी बारिश ने ले ली 12 जिंदगियां, दर्दनाक तस्वीरें आई सामने
By रोहित कुमार पोरवाल | Updated: September 26, 2019 14:46 IST2019-09-26T14:46:24+5:302019-09-26T14:46:24+5:30
पुणे के जिला कलेक्टर नवल किशोर राम ने गुरुवार (26 सितंबर) को एहतियातन पुणे सिटी, पुरंदर, बारामती, भोर और हवेली तहसील के सभी स्कूलों और काॉलेजों के लिए छुट्टी की घोषणा कर दी।

पुणे में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ से हुए नुकसान की एक तस्वीर। (फोटो- एएनआई)
महाराष्ट्र के पुणे के कई इलाकों में आसमान से कहर बनकर बरसी बारिश ने अपने साथ मौत का सैलाब लेकर आई जिसमें 12 जिंदगियां खत्म हो गईं। दस हजार से ज्यादा लोगों को जलभराव के कारण सुरक्षित स्थानों का रुख करना पड़ा है। बारिश के बाद आई बाढ़ से हुए भारी नुकसान की दर्दनाक तस्वीरें सामने आ रही हैं। तस्वीरें बयां करती हैं कि किस कदर जन जीवन अस्त व्यस्त हुआ है। पुणे के जिला कलेक्टर नवल किशोर राम ने गुरुवार (26 सितंबर) को एहतियातन पुणे सिटी, पुरंदर, बारामती, भोर और हवेली तहसील के सभी स्कूलों और काॉलेजों के लिए छुट्टी की घोषणा कर दी।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक, बुधवार रात में पुणे में भारी बारिश हुई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि वह पुणे में हुई बारिश के बाद लोगों की मौत की खबर सुनकर दुखी हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें शहर और बारामती तहसील में तैनात की गई है और प्रभावित क्षेत्र में सभी जरूरी सहायता मुहैया कराई जा रही है।
पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल ने कहा कि खेड़-शिवपुर गांव में दरगाह पर सो रहे पांच लोग भारी बारिश में बह गए। वहीं पुरंदर में दो लोगों के लापता होने की खबर है।
#UPDATE: Death toll in Pune rises to 12. One more body has been recovered by fire brigade officials from Ambegaon Khurd area. #Maharashtrahttps://t.co/4O7HLVmJes
— ANI (@ANI) September 26, 2019
मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रशांत रानपिसे ने बताया कि नौ साल के एक लड़के समेत पांच लोगों की बुधवार रात अर्नेश्वर क्षेत्र में दीवार गिरने से मौत हो गई। एक अन्य घटना में साहकर नगर क्षेत्र में एक व्यक्ति का शव मिला। वहीं, एक व्यक्ति का शव एक कार से मिला, जो सिंहगढ़ मार्ग पर पानी में बह गया था।
अधीक्षक ने बताया, ‘‘बारामती क्षेत्र में 10,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा गया गया है क्योंकि नजारे बांध से पानी छोड़ा गया है। ये बांध जेजुरी के निकट कारहा नदी पर बने हुए हैं।’’


