Maharashtra Assembly Elections: उद्धव के नेतृत्व वाली शिवसेनायूबीटी पांच से अधिक सीटें नहीं जीत पाएगी, राणे ने कहा- बालासाहेब ठाकरे कभी भी राजनीतिक नेताओं के कार्यालयों पर नहीं गए
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 29, 2023 15:52 IST2023-06-29T15:50:53+5:302023-06-29T15:52:18+5:30
Maharashtra Assembly Elections: देश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जोर के बीच राणे ने कहा कि केंद्र सरकार ने आदिवासियों के लिए और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति समुदायों के उद्यमियों की मदद के लिए कई काम किए हैं।

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Maharashtra Assembly Elections:केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि अगले साल होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) पांच से अधिक सीटें नहीं जीत पाएगी।
समर्थन जुटाने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात के लिए उद्धव ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए राणे ने कहा कि शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे कभी भी अन्य राजनीतिक नेताओं के कार्यालयों या आवासों पर नहीं गए। देश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जोर के बीच राणे ने कहा कि केंद्र सरकार ने आदिवासियों के लिए और अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति समुदायों के उद्यमियों की मदद के लिए कई काम किए हैं।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि हम उन्हें इस मुद्दे पर मनाने में सक्षम होंगे।” राणे यहां प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा नीत केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (तब अविभाजित) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाता तोड़ लिया और महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार बनाने के लिए राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया।
पिछले साल जून में, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया था। इससे पार्टी में विभाजन हो गया और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार गिर गई। शिंदे ने भाजपा के समर्थन से 30 जून 2022 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
यहां पत्रकारों से बात करते हुए राणे ने कहा, “महाराष्ट्र में भाजपा और एकनाथ शिंदे की सरकार मजबूत हो रही है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना के पास अब केवल 13-14 विधायक बचे हैं। 2024 के विधानसभा चुनाव के बाद उनकी संख्या पांच विधायकों से भी कम हो जाएगी।”