महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस के राधाकृष्णा विखे पाटिल ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान वे एनसीपी के उम्मीदवार के प्रचार के लिए अहमदनगर नहीं जाएंगे। साथ ही राधाकृष्ण ने यह भी साफ किया कि वे किसी भी एनसीपी उम्मीदवार के लिए प्रचार नहीं करेंगे।
राधाकृष्ण ने कहा, 'शरद पवार ने मेरे पिता के खिलाफ ऐसे बयान दिये थे जिससे पता चलता है कि उनके मन में मेरे या मेरे परिवार के लिए कोई सम्मान नहीं है। इसलिए एनसीपी उम्मीदवार के प्रचार के लिए अहमदनगर जाने का सवाल नहीं उठता। मैं किसी और भी उम्मीदवार के लिए प्रचार नहीं करूंगा।'
राधाकृष्ण ने बेटे सुजय पाटिल कुछ ही दिन पहले कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए हैं। इसके बाद अटकलें लगाई जा रही थी कि राधाकृष्ण भी कांग्रेस छोड़ सकते हैं। हालांकि, राधाकृष्ण ने कहा कि उन्हें अपने बेटे के बीजेपी से जुड़ने की जानकारी पहले नहीं थी। राधाकृष्ण ने कहा, 'सुजय ने बीजेपी में जाने के बार में मुझसे चर्चा नहीं की। जहां तक विपक्ष के नेता के पद से मेरे इस्तीफे की बात है तो मैं यही कहूंगा कि मेरे पार्टी का नेतृत्व जो कहेगा, मैं उसका पालन करूंगा।'
वैसे, सुजय के भाजपा में शामिल होने के बाद शिवसेना ने राधाकृष्ण को अपनी पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया था। विखे पाटिल को शिवसेना में शामिल होने का न्योता देने वाले राज्यसभा सदस्य एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कांग्रेस नेता को यह भी याद दिलाया कि वह और उनके पिता किसी जमाने में शिवसेना की अगुवाई वाली सरकार में मंत्री रहे हैं। शिरडी से विधायक विखे पाटिल दिग्गज नेता एवं पूर्व केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री बालासाहब विखे पाटिल के बेटे हैं।