LMOTY 2020: महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने माना- 'एंटीलिया केस में पुलिस से गलतियां हुई'
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 19, 2021 07:57 AM2021-03-19T07:57:16+5:302021-03-19T08:00:00+5:30
लोकमत महाराष्ट्रीयन ऑफ द ईयर अवॉर्ड 2020 समारोह में अनिल देशमुख ने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत केस मामले पर कहा कि सीबीआई कई महीनों से इसकी जांच कर रही है, लेकिन तस्वीर अभी भी साफ नहीं हुई है।
मुंबई: महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने एंटीलिया विस्फोटक मामले में पुलिस की ओर से गलतियां होने की बात स्वीकार करते हुए गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) की जांच से कुछ गंभीर और माफ नहीं की जा सकने वाली गलतियां उजागर हुई हैं.
उन्होंने कहा कि प्रकरण की जांच उपयुक्त तरीके से और बगैर किसी बाधा के हो, इसलिए मुंबई पुलिस आयुक्त पद से परमबीर सिंह का तबादला किया गया है. यह नियमित प्रशासकीय तबादला नहीं है.
'लोकमत महाराष्ट्रीयन ऑफ द ईयर अवॉर्ड 2020' समारोह में लिये गए साक्षात्कार में गृह मंत्री अनिल देशमुख ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के एंटीलिया बंगले के पास मिले विस्फोटक, मुंबई पुलिस आयुक्त के तबादले और सचिन वाझे मामले पर बेबाकी से जवाब दिए. लोकमत पत्रसमूह के एडिटोरियल बोर्ड के चेयरमैन व पूर्व राज्यसभा सांसद विजय दर्डा और पत्रकार प्रसन्न जोशी ने गृह मंत्री से संवाद साधा.
पुलिस से हुई गंभीर गलतियां माफी लायक नहीं
गृह मंत्री देशमुख ने बताया कि मुंबई पुलिस आयुक्त कार्यालय और आयुक्त के सहकर्मियों से गंभीर गलतियां हुई हैं जो माफ करने योग्य नहीं है. इसीलिए पुलिस आयुक्त पद से परमबीर सिंह का तबादला किया गया.
देखमुख ने कहा कि एनआईए और एटीएस पेशेवर तरीके से काम करने वाली एजेंसियां हैं. ये सच्चाई को सामने लाएंगीं. इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन वाझे की जांच में अनेक बातें सामने आएंगीं. उन्होंने स्पष्ट किया कि स्कॉर्पियो, इनोवा, पुलिस आयुक्त कार्यालय की सहभागिता जैसी सभी जांच में जो कोई दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उसे बख्शा नहीं जाएगा.
सीबीआई के साथ-साथ अब एनआईए के माध्यम से राज्य के कामकाज में हस्तक्षेप किया जा रहा है, इस आरोप के बारे में गृह मंत्री ने कहा कि देशभरमें जहां विस्फोटक का मामला आता है वहां एनआईए को ही जांच करनी पड़ती है. लेकिन, इसके पहले सुशांत सिंह राजपूत मामले में राज्य की पुलिस अच्छा काम कर रही थी. आठ महीने हो चुके हैं इसके बावजूद सीबीआई यह पता नहीं लगा पाई है कि क्या यह हत्या का मामला है या आत्महत्य का. इससे कई सवाल खड़े होते हैं.
देशमुख ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर एजेंसियों को कहीं-कहीं सफलता मिलती है तो कहीं नहीं मिल पाती. अब मुंबई पुलिस में घटना हुई है. इसमें जो दोषी है उसका पता लगाया जाएगा. महाराष्ट्र एटीएस भी अच्छी जांच कर रही है. वह भी दोषी को ढूंढ निकालेगी.
इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे, उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत, वस्त्रोद्योग मंत्री अस्लम शेख, लोकमत समूह के एडिटर इन चीफ राजेंद्र दर्डा, विधायक विक्रम काले, अभिजीत वंजारी, विकास ठाकरे, कारोबारी किरीट भंसाली, लोकमत समूह के प्रबंध निदेशक संचालक देवेंद्र दर्डा, सहप्रबंधक और संपादकीय निदेशक ऋषि दर्डा, शेमारू के संदीप गुप्ता, डॉ. एस. नटराजन आदि मान्यवर उपस्थित थे.
देवेंद्र फड़नवीस के आरोप पर जवाब
गृह मंत्री देशमुख ने बताया कि विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस का कहना है कि वाझे को पुलिस विभाग में शामिल करने के लिए दबाव बनाया गया. फड़नवीस का आरोप राजनीति से प्रेरित है. उनका उन्हें ही मालूम है. देशमुख ने स्पष्ट किया कि सहायक पुलिस निरीक्षक को वापस लेने जैसे फैसले आयुक्त स्तर कीपांच सदस्यों की समिति द्वारा लिये जाते हैं. उसका प्रस्ताव राज्य सरकार तक नहीं आता.
यह तो 'मुंगेरीलाल के हसीन सपने'
देशमुख ने कहा कि भाजपा नेताओं ने क भी नहीं सोचा था कि विधानसभा में सर्वाधिक सीट हासिल करने के बावजूद उन्हें विपक्ष में बैठना पड़ेगा. इसलिए आज भी कई नेता नाराज हैं. वे सत्ता हासिल करने का सपना देखते हैं. उन्हें 'मुंगेरीलाल के हसीन सपने' देखना बंद करना होगा. राज्य में सत्ता परिवर्तन की तारीखें तय की जाती है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होगा. कई भाजपा नेता हमें व्यक्तिगत तौर पर बताते हैं कि उन्हें यह कहना पड़ता है कि विधायकों के चले जाने से सरकार गिर जाएगी.
गृह मंत्री यह पूछे जाने पर कि क्या देशमुख का गृह मंत्री पद अगले वर्ष तक बरकरार रहेगा, इस पर देशमुख ने कहा, ''जब तक पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार का आदेश है तब तक मैं गृह मंत्री रहूंगा.'' देशमुख ने बताया कि हाल ही में उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि मैं गृह मंत्री रूप में अच्छा काम कर रहा हूं.
चंद्रकात पाटिल और 'चमेली का तेल'
गृह मंत्री ने बताया कि हाल ही में चंद्रकांत पाटिल ने दावा किया था कि और दो लोग जाने वाले हैं, जिसमें एक मंत्री होगा. देखमुख ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि चंद्रकांत पाटिल तेल लगाकर आते हैं और कुछ भी बयान देते हैं. क्या मालूम वे किस 'चमेली का तेल' लगाकर आते हैं.
जब गृह मंत्री से यह पूछा गया कि देश के प्रधानमंत्री दीपावली के दिन सीमा पर जाते हैं, आप दिवाली कहां मनाते हैं? इस सवाल के जवाब में देशमुख ने कहा कि गढ़चिरोली से 300 किलोमीटर दुर्गम इलाके में पातागुडम है. यह राज्य की सीमा पर आखरी पुलिस थाना है. इस वर्ष दीपावली पर्व के दौरान लक्ष्मीपूजन के दिन सपत्नीक वहां पर था. अपने पुलिस, सीआरपीएफ और एसआरपीएफ जवानों के साथ दिवाली मनाई.