'20 जून को अंतरराष्ट्रीय गद्दार दिवस घोषित किया जाए', संजय राउत ने संयुक्त राष्ट्र को चिट्ठी लिखकर की मांग
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: June 20, 2023 12:21 IST2023-06-20T12:15:02+5:302023-06-20T12:21:55+5:30
संजय राउत ने कहा कि पीएम यूएसए जा रहे हैं, इसलिए उन्हें इसके बारे में संयुक्त राष्ट्र को बताना चाहिए और 20 जून को 'अंतर्राष्ट्रीय गद्दार दिवस' की घोषणा करनी चाहिए। इतना ही नहीं संजय राउत ने संयुक्त राष्ट्र को चिट्ठी भी लिखी है।

शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत
मुंबई: शिवसेना (UBT) के सांसद और फायर ब्रांड नेता संजय राउत ने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ये लोग गद्दारी को बढ़ावा दे रहे हैं। संजय राउत ने कहा कि 20 जून को 'अंतर्राष्ट्रीय गद्दार दिवस' घोषित किया जाना चाहिए। इसी दिन उद्धव ठाकरे के गुट वाली शिवसेना के 40 विधायकों ने पार्टी से अलग होकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में अगल गठबंधन का हाथ थाम लिया था।
#WATCH | Our PM, Home Minister and Central Government are promoting traitorship. On this day 40 of our MLAs left the party. It should be declared as 'International Traitor Day'. PM is going to the USA, so he should tell United Nations about it and announce 'International Traitor… pic.twitter.com/dNLITtqm3M
— ANI (@ANI) June 20, 2023
संजय राउत ने कहा कि पीएम यूएसए जा रहे हैं, इसलिए उन्हें इसके बारे में संयुक्त राष्ट्र को बताना चाहिए और 20 जून को 'अंतर्राष्ट्रीय गद्दार दिवस' की घोषणा करनी चाहिए। इतना ही नहीं संजय राउत ने संयुक्त राष्ट्र को चिट्ठी भी लिखी है।
संजय राउत ने UN को लिखे पत्र को अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया। इस पत्र में लिखा गया है कि पार्टी महाराष्ट्र के लाखों लोगों के हस्ताक्षर को इकठ्ठा करेगी और उन्हें 20 जून को ‘विश्व गद्दार दिवस’ के रूप में घोषित करने की मांग के साथ संयुक्त राष्ट्र को भेजेगी।
PUBLIC DEMAND!@UN@antonioguterres@UNinIndia@PMOIndia@UNICEFIndia@BJP4India@AUThackeray@unfoundation@UNHumanRightspic.twitter.com/OJ5qu28oY2
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 20, 2023
संजय राउत ने कहा है कि जैसे 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जाता है, उसी प्रकार 20 जून को विश्व गद्दार दिवस मनाया जाए। उद्धव ठाकरे गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने कहा कि दुनिया में गद्दारी के कई उदाहरण हैं और महाराष्ट्र के लोगों ने भी जून 2022 में एक देखा है।
बता दें कि उद्धव ठाकरे गुट के नेताओं का अब ठाकरे परिवार का साथ छोड़ना जारी है। हाल ही में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के पूर्व विधायक शिशिर शिंदे ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में कहा कि एक साल पहले शिवसेना (यूबीटी) का उपनेता नियुक्त किए जाने के बावजूद उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि पिछले छह महीने में ठाकरे से मिलना “असंभव” हो गया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने शिवसेना में चार साल बर्बाद कर दिए।
इसके अलावा विधान पार्षद मनीषा कायंदे को पार्टी के प्रवक्ता पद से बर्खास्त किए जाने के बाद उन्होंने भी शिंदे गुट में शामिल हो गई। मनीषा कायंदे के उद्धव ठाकरे गुट का साथ छोड़ने के बाद संजय राउत ने कहा था कि "ऐसे कचरे आते-जाते रहते हैं, कोई फर्क नहीं पड़ता।"