मध्य प्रदेश में पहली बार बिना चीर-फाड़ के हुई कैंसर की सर्जरी
By संजय परोहा | Published: July 27, 2023 06:05 PM2023-07-27T18:05:41+5:302023-07-27T18:06:07+5:30
दूरबीन से चीरा नहीं के बराबर आता है एवं घाव खराब होने की दर भी बहुत कम है।
इंदौर: मेडिकल सुपरस्पेशलिटी ब्लॉक के यूरोलॉजी विभाग में 3 वर्षो में आधुनिक दूरबीन पद्धति से यूरोलॉजी के ऑपरेशन किए जा रहे है। जो की पहले केवल मेट्रो सिटीज में ही उपलब्ध थे ।
वर्तमान में यूरोलॉजी विभाग द्वारा पेनाइल कैंसर के लिए लिंफ नोड का ऑपरेशन दूरबीन पद्धति से किया गया। सामान्यतः ऑपरेशन में बड़ा चीरा आता था और टांको के खराब होने का प्रतिशत 30-40% तक होता है। दूरबीन से चीरा नहीं के बराबर आता है एवं घाव खराब होने की दर भी बहुत कम है। यह ऑपरेशन प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में पहली बार जबलपुर मेडिकल कालेज में किया गया।
हाल ही में यूरोलॉजी विभाग में वेसिको यूटरिन फिसचुला ऑपरेट किया गया जिसमे बच्चे दानी और पेशाब की थैली के बीच कनेक्शन बन जाता है । उक्त बीमारी का पता लगाना की काफी चुनौतीपूर्ण है। इस बीमारी का दूरबीन से पूर्ण उपचार किया गया।
ऑपरेशन में यूरोलॉजी विभाग से डॉ फणिंद्र सोलंकी, डॉ अविनाश ठाकुर, डॉ प्रशांत पटेल, डॉ अनुराग दुबे, डॉ अरविंद कुमार, डॉ प्रवीण लखेरा और एनेस्थीसिया के डॉ अपर्णा तामस्कर एवं टीम का योगदान रहा। डीन डॉ गीता गुइन, सुपरस्पेशलिटी संचालक डॉ अवधेश कुशवाहा एवं अधीक्षक डॉ जितेंद्र गुप्ता का मार्गदर्शन रहा।