नई दिल्ली, 31 मई: मोनू गोयत प्रो कबड्डी लीग (PKL) की नीलामी के इतिहास में सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं। मोनू को बुधवार को हुई प्रो कबड्डी की नीलामी के पहले दिन हरियाणा स्टीलर्स ने 1.51 करोड़ रुपये में खरीदा। इसके साथ ही मोनू गोयत भारतीय फुटबॉल कप्तान सुनील छेत्री को पीछे छोड़ते हुए फ्रेंचाइजी आधारित खेल लीग में सबसे महंगे गैर-क्रिकेटर खिलाड़ी बन गए।
न सिर्फ सुनील छेत्री बल्कि पीवी सिंधु, साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत जैसे स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी भी फ्रेंचाइजी आधारित लीगों से कमाई के मामले में मोनू के आसपास भी नहीं हैं।
PKL नीलामी के पहले दिन छाए मोनू गोयत मोनू गोयत ने प्रो कबड्डी लीग में अपना डेब्यू 2017 में बंगाल वॉरियर्स के लिए किया था। उन्होंने जल्द ही जांग कुल ली के साथ जबर्दस्त जोड़ी बना ली। उन्होंने अपने पहले ही सीजन में 202 अंक स्कोर किए जो लीग में पांचवें सबसे ज्यादा अंक हैं। मोनू इस प्रदर्शन के साथ ही अपनी फ्रेंचाइजी के लिए सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन गए।
गोयत इस साल की शुरुआत में नेशनल चैंपियनशिप में महाराष्ट्र के खिलाफ हारने वाली सर्विसेज टीम का हिस्सा था। लेकिन उन्हें जल्द ही इस हार का बदला चुकाने का मौका मिल गया जब उन्होंने फरवरी में सर्विसेज को सीनियर फेडरेशन कप में जीत दिलाने में अहम योगदान दिया। (पढ़ें: प्रो कबड्डी लीग नीलामी: ईरान के फजल को यू मुंबा ने 1 करोड़ में खरीदा, सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने)
यूपी योद्धा ने रिषांक देवाडिगा को 1.11 करोड़ में खरीदा। वहीं दिल्ली ने राहुल चौधरी पर 1.29 करोड़ की बोली लगाई लेकिन फाइनल बिड मैच (FBM) का प्रयोग करते हुए तेलुगू टाइंटंस ने उन्हें रिटेन कर लिया। लेकिन सबसे महंगे बिके मोनू गोयत, जिन्हें हरियाणा स्टीलर्स ने 1.51 करोड़ में खरीदा।
वहीं पहले दिन की नीलामी में ईरान के फजल अत्राचाली करोड़पति बनने वाले प्रो कबड्डी ले इतिहास में पहले विदेशी खिलाड़ी बन गए। उनका बेस प्राइस 30 लाख रुपये था लेकिन उन्हें खरीदने के लिए जयपुर पिंक पैंथर्स और यू मुंबा के बीच जबर्दस्त होड़ लगी। आखिर में उन्हें यू मुंबा ने खरीदा।