महाराष्ट्र के नागपुर में सीबीएसई शिक्षकों के लिए स्कूल ट्रिब्यूनल बनाने की मांग को लेकर बुधवार को संविधान चौक में जनआंदोलन हुआ। प्रदर्शनकारियों का कहना था, सीबीएसई स्कूल के शिक्षकों को 10-15 वर्ष की नौकरी होने के बाद भी सेवा में संरक्षण नहीं है. शिक्षकों के वेतन में समानता नहीं है. सीबीएसई स्कूलों के विद्यार्थियों से बड़े पैमाने पर फीस वसूलने के बाद शिक्षक-कर्मचारियों को नियमानुसार वेतन नहीं दिया जा रहा है. अनेक स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को 3-4 हजार रुपए वेतन मिलता है. उनको चिकित्सा तथा प्रसूति अवकाश नहीं मिलता है.
सीबीएसई स्कूल कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले इस जन आंदोलन का आयोजन किया गया. संगठन के जन आंदोलन का नेतृत्व संगठन की अध्यक्ष दीपाली डबली ने किया. आंदोलन में नागपुर, भंडारा, चंद्रपुर समेत विदर्भ की अनेक सीबीएसई स्कूलों के शिक्षक, कर्मचारी शामिल हुए थे. आंदोलन में एड. संजय काशीकर, आचल देवगड़े, महेश डबली, प्रशांत गायकवाड, उमेश मेश्राम, मिलिंद तेलंग, विमाशि संघ के प्रमोद रेवतकर, विट्ठल जुनघरे, तेजराज राजुरकर और प्रभाकर पांडे आदि ने प्रमुखता से भाग लिया. संगठन की ओर से राष्ट्रीय स्तर की मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी के मार्फत प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजा गया है.