Zika virus: पुणे में 2 गर्भवती महिला, 4 अन्य के टेस्ट पॉजिटिव, जीका वायरस ने अपनी गिरफ्त में लिया
By आकाश चौरसिया | Updated: July 2, 2024 17:47 IST2024-07-02T17:25:42+5:302024-07-02T17:47:50+5:30
Zika virus: पुणे नगर निगम (पीएमसी) की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कल्पना बालिवंत ने कहा कि कुल 25 नमूने एकत्र किए गए थे। इन नमूनों में से 12 एरंडवाने के थे, जिनमें कुल सात में से 2 गर्भवती महिलाओं के पॉजिटिव निकले।

फाइल फोटो
Zika virus: स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र के पुणे शहर में जीका वायरस संक्रमण के छह मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें दो गर्भवती महिलाओं से जुड़े हुए हैं, हालांकि दोनों की हालत स्थिर बनी हुई है। इस बात की जानकारी न्यूज एजेंसी के जरिए सामने आई है। जीका वायरस के मद्देनजर पुणे नगर निगम (पीएमसी) ने कुल 25 नमूने एकत्र किए थे।
जीका के दोनों मरीजों में लक्षण नहीं
अधिकारियों की मानें तो इरांजवाने क्षेत्र में रहने वाली 28 वर्षीय गर्भवती महिला को जीका वायरस से संक्रमण हुआ। इसके बाद उसने रिपोर्ट कराई, तो उसमें बीते शुक्रवार को पॉजिटिव आई। उनके अलावा एक दूसरे महिला, जो 12 हफ्ते की गर्भवती है, उन्हें बीते सोमवार को इस तरह के संक्रमण ने जकड़ लिया। फिलहाल अच्छी बात ये है कि दोनों की स्थिति सामान्य है और दोनों में उनमें अब कोई लक्षण नहीं है।
पुणे में जीका वायरस के मामले
-अधिकारी ने बताया कि जीका वायरस संक्रमण का पहला मामला एरंडवाने से सामने आया था जब एक 46 वर्षीय डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसके बाद, उनकी 15 वर्षीय बेटी के नमूने भी सकारात्मक पाए गए।
-उन्होंने कहा, "अन्य दो मामले, 47 वर्षीय महिला और 22 वर्षीय पुरुष, मुंडवा से हैं।"
-अधिकारी ने आगे बताया कि पुणे नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए फॉगिंग जैसे एहतियात कदम उठा रहा है और निगरानी अभियान चला रहा है।
कुल 7 नमूने एकत्र किए गए
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पुणे नगर निगम (पीएमसी) की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कल्पना बालिवंत ने कहा कि कुल 25 नमूने एकत्र किए गए थे। इन नमूनों में से 12 एरंडवाने के थे, जिनमें कुल सात में से 2 गर्भवती महिलाओं के पॉजिटिव निकले। इसके अतिरिक्त, मुंडवा से 13 नमूने एकत्र किए गए, लेकिन रिपोर्ट नेगिटिव आई।
गर्भवती महिलाओं के लिए कितना हानिकारक है Zika वायरस?
गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है। इससे माइक्रोसेफली हो सकती है, एक ऐसी स्थिति जहां मस्तिष्क के असामान्य विकास के कारण भ्रूण का सिर असामान्य रूप से छोटा हो जाता है।