"आप चुनाव आयुक्त नहीं बल्कि मुस्लिम आयुक्त...", सुप्रीम कोर्ट के बाद पूर्व CEC पर निशिकांत दुबे का विवादित बयान

By अंजली चौहान | Updated: April 20, 2025 12:56 IST2025-04-20T12:54:33+5:302025-04-20T12:56:35+5:30

Nishikand Dubey Statement:  भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने रविवार को पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) एसवाई कुरैशी की आलोचना की, क्योंकि उन्होंने हाल ही में पारित वक्फ (संशोधन) अधिनियम को “मुस्लिम भूमि हड़पने के लिए सरकार की एक भयावह योजना” बताया था।

You are not Election Commissioner but Muslim Commissioner Nishikant Dubey controversial statement on former CEC after the Supreme Court | "आप चुनाव आयुक्त नहीं बल्कि मुस्लिम आयुक्त...", सुप्रीम कोर्ट के बाद पूर्व CEC पर निशिकांत दुबे का विवादित बयान

"आप चुनाव आयुक्त नहीं बल्कि मुस्लिम आयुक्त...", सुप्रीम कोर्ट के बाद पूर्व CEC पर निशिकांत दुबे का विवादित बयान

Nishikand Dubey Statement:  भाजपा के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे के हालिया बयान ने राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी है। निशिकांत दुबे ने भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस.वाई. कुरैशी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि "वे चुनाव आयुक्त नहीं, बल्कि मुस्लिम आयुक्त थे।"

दुबे ने झारखंड के संथालपरगना का मामला बताया, जहां उनके कार्यकाल के दौरान सबसे अधिक बांग्लादेशी घुसपैठियों को मतदाता बनाया गया था। दुबे झारखंड के गोड्डा लोकसभा क्षेत्र से चौथी बार सांसद हैं। उन्होंने रविवार को एक्स पर कुरैशी द्वारा किए गए एक पोस्ट के जवाब में यह बात कही। कुरैशी ने 17 अप्रैल को अपने एक्स हैंडल पर लिखा था कि वक्फ अधिनियम सरकार की एक नापाक योजना है, जिसका सुप्रीम कोर्ट उचित तरीके से निपटारा करेगा। 

उन्होंने कहा, "वक्फ अधिनियम निस्संदेह मुस्लिम भूमि हड़पने के लिए सरकार की एक भयावह/नापाक योजना है। मुझे यकीन है कि सुप्रीम कोर्ट इस पर सवाल उठाएगा। शरारती प्रचार मशीन द्वारा गलत सूचना ने अपना काम बखूबी किया है।"

इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए दुबे ने इस गांव का उदाहरण पेश किया, जिसे 1189 में बख्तियार खिलजी ने जला दिया था। दुबे ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "पैगंबर मोहम्मद का इस्लाम 712 में भारत आया, उससे पहले यह भूमि हिंदुओं या आदिवासियों, जैन या बौद्धों की थी। मेरे गांव विक्रमशिला को 1189 में बख्तियार खिलजी ने जला दिया था। विक्रमशिला विश्वविद्यालय ने दुनिया को आतिश दीपांकर के रूप में अपना पहला कुलपति दिया।"

दुबे ने पूर्व सीईसी पर उंगली उठाते हुए आरोप लगाया कि कुरैशी के कार्यकाल में गलत काम हुए। भाजपा सांसद ने एक्स पर लिखा, "आप चुनाव आयुक्त नहीं थे, आप मुस्लिम आयुक्त थे। आपके कार्यकाल में झारखंड के संथालपरगना में सबसे ज्यादा बांग्लादेशी घुसपैठियों को मतदाता बनाया गया।"

दुबे ने लोगों से एकजुट होने और विभाजन को हावी न होने देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत को विभाजित करके पाकिस्तान बनाया गया था, और अब कोई विभाजन नहीं होगा। उन्होंने कहा, "इस देश को एक करो, इतिहास पढ़ो, पाकिस्तान को बांटकर बनाया गया था, अब कोई बंटवारा नहीं होगा?"

दुबे की यह टिप्पणी वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 की संवैधानिकता पर चल रही सुनवाई के बीच न्यायपालिका की आलोचना करने के तुरंत बाद आई है। उन्होंने टिप्पणी की कि अगर सुप्रीम कोर्ट कानून बनाना चाहता है, तो देश में संसद की कोई जरूरत नहीं है।

हालांकि, भाजपा ने न्यायपालिका और भारत के मुख्य न्यायाधीश के बारे में दुबे द्वारा की गई टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया है। पार्टी ने स्पष्ट किया कि ये बयान "व्यक्तिगत राय" थे और भाजपा के रुख को नहीं दर्शाते हैं।

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